रांची: झारखंड में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के द्वारा जोर-शोर से चुनाव प्रचार किया जा रहा है. चुनाव प्रचार के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने स्तर पर सभी संसाधन जुटाकर प्रचार में लगी है. इन संसाधनों को लेकर भी पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारो लगाती दिख रही हैं. कुछ ऐसा ही झारखंड की सियासी गलियारों में देखने को मिल रहा है.
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर झारखंड में होने वाले से प्रचार के लिए भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से हेलीकॉप्टर भाड़े पर लाए गए हैं. बीजेपी के द्वारा दो हेलीकॉप्टर और जेएमएम ने भी दो हेलीकॉप्टर किराए पर मंगाए हैं. चुनाव के दौरान जितने भी हेलीकॉप्टर भाड़े पर बुक किए जाते हैं, उनका रखरखाव और नेविगेशन रूट तय करने की जिम्मेदारी एयरपोर्ट अथॉरिटी की होती है. क्योंकि एयरपोर्ट अथॉरिटी के तरफ से ही हेलीकॉप्टर के लिए रूट तय किए जाते हैं. जिसका चार्ज एयरपोर्ट प्रबंधन के द्वारा किया जाता है.
इस प्रक्रिया में एयरपोर्ट प्रबंधन की मुख्य भूमिका होती है. लेकिन झारखंड में इन दिनों भाजपा हेलीकॉप्टर पार्किंग का मुद्दा उठाते हुए झामुमो पर गंभीर आरोप लगा रही है. इतना ही नहीं उन्होंने इसकी शिकायत इलेक्शन कमीशन से भी की है. भाजपा ने पिछले दिनों चुनाव आयोग को शिकायत करते हुए कहा था कि झामुमो अपना हेलीकॉप्टर किसके आदेश से खेलगांव परिसर में पार्क करवाते हैं. भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें शक है कि वहां पर वो कालाधन का दुरुपयोग कर सकते हैं क्योंकि वहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं.
भाजपा के आरोपों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने जवाब दिया है. पार्टी नेता ने कहा कि अगर भाजपा के लोगों को लग रहा है कि वहां पर पार्क नहीं किया जा सकता तो इसकी जानकारी वह इलेक्शन कमीशन से लें. क्योंकि वहां पर पार्किंग करने की अनुमति उन्होंने स्थानीय प्रशासन से ले रखी है. उनकी तरफ से कहा गया है कि जेएमएम के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने लिखित आवेदन देकर अनुमति लिया है और अनुमति मिलने के बाद ही झामुमो अपना हेलीकॉप्टर खेलगांव परिसर में पार्क करती है.
इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत की टीम ने रांची के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल कुमार सिन्हा से बात की. इस पर उन्होंने कहा कि सारे पेपर जमा किए गए हैं, उसके बाद ही अनुमति दी गई है. वहीं उपायुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार यह भी बताया गया है कि जेएमएम के पदाधिकारी के द्वारा खेलकूद विभाग के सचिव को पत्र दिया गया. जिसके बाद खेलकूद विभाग के सचिव ने खेलगांव परिसर के सीईओ को आवेदन प्रेषित कर दी.