अजमेर: राजस्थान में अजमेर डिस्कॉम के कैशियर द्वारा 1 करोड़ 14 लाख 82 हजार रुपए के गबन का मामला सामने आया है. बिजली के बिल और कनेक्शन के कैश की रसीदें तो उसने काटी, लेकिन रजिस्टर में कम रुपयों की एंट्री की. अधिकारियों ने महीने का हिसाब किया और जब उससे रिपोर्ट मांगी तो पहले तो वह 8 दिन तक टालमटोल करता रहा. इसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया. पड़ताल की तो पता चला कि वह राशि गबन कर रफूचक्कर हो गया है.
डिस्कॉम के खातों की जांच की गई तो करोड़ों रुपये के गबन का खुलासा हुआ. मामला अजमेर डिस्कॉम के अंतर्गत आने वाले उदयपुर जिले के मावली कार्यालय का है. बुधवार को डिस्कॉम एमडी ने मामले में रिपोर्ट देने वाले एईएन, कैशियर और सहायक राजस्व अधिकारी को सस्पेंड कर दिया. मावली थाना प्रभारी रमेश कविया ने बताया कि मावली उपखंड के एईएन बिजेंद्र गहलोत की ओर से शिकायत दी गई है, जिसमें गायत्री नगर मावली निवासी कैशियर (सीए-1) धर्मवीर चौधरी के खिलाफ गबन का मामला दर्ज करवाया है. प्रकरण में जांच की जा रही है. कैशियर से भी संपर्क करने की भी कोशिश की जा रही है.
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उन्होंने बताया कि डिस्कॉम के मावली उपखंड के एईएन ने मामला दर्ज करवाया है, साथ ही, पूरी राशि वसूलने की शिकायत की है. डिस्कॉम के मावली उपखंड के एईएन ने मामला दर्ज करवाया है. शिकायत में बताया गया है कि कैशियर ने 18 दिन से हिसाब पेश नहीं किया था. एईएन बिजेंद्र गहलोत ने बताया कि हर महीने का हिसाब 1 से 10 दिसंबर के बीच प्रत्येक कैशियर को देना होता है. उसके बाद हिसाब का मिलान किया जाता है. आरोपी कैशियर धर्मवीर ने 10 दिसंबर तक हिसाब ही नहीं दिया था. बार-बार कहने के बावजूद टालमटोल करता रहा. इसके बाद 18 दिसंबर को सख्ती की तो वह 19 दिसंबर से फरार हो गया. उसने फोन भी बंद कर लिया. इसके बाद विभाग ने जांच की तब 1 करोड़ 14 लाख 82 हजार रुपए के गबन का खुलासा हुआ है.
बिल-कनेक्शन की राशि का किया गबन : गहलोत ने बताया कि यह राशि राजस्व से प्राप्त हुई थी, जिसका हिसाब कैशियर धर्मवीर को देना था. उन्होंने बताया कि यह राशि बिजली के बिलों, कनेक्शन करवाने, कनेक्शन काटने और अन्य शिकायतों की राशि थी. कैशियर धर्मवीर कैश लेकर कस्टमर को रसीद दे देता था, लेकिन राशि को बैंक में जमा नहीं करवाता था. धर्मवीर ने फर्जी रसीद बुक भी बनाई है, जिसे लेकर भी जांच की जा रही है. डिस्कॉम एमडी केपी वर्मा ने बताया कि मामले को लेकर सहायक अभियंता बिजेन्द्र गहलोत, सहायक राजस्व अधिकारी आदित्य निमावत और आरोपी धर्मवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया है.