भरतपुर:त्योहारी सीजन में यदि आप मावा की मिठाई खा रहे हैं या फिर पनीर खाने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि पनीर और मावा खाना आपके स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकता है. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण की ओर से गत वर्ष लिए गए नमूने में से 97 खाद्य पदार्थों के नमूने जांच में फेल हो गए हैं. इनमें से 15 खाद्य पदार्थों के नमूने अनसेफ पाए गए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा बिकने वाला पनीर भी शामिल है. विभाग ने एक साल में मिलावटखोरों पर 21 लाख, 69 हजार 500 रुपए का जुर्माना लगाया है.
97 खाद्य पदार्थों के नमूने जांच में हुए फेल (ETV Bharat Bharatpur) खाद्य सुरक्षा अधिकारी महेश कुमार ने बताया कि पिछले एक साल में मिलावटखोरों पर नकेल कसने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत त्योहार पर विशेष निगरानी रखी जाती है. विभाग द्वारा पिछले एक साल में 604 नमूने लिए. जिनमें अवमानक 77, मिस ब्रांड 5, 15 नुकसानदायक (अनसेफ) पाए गए. इनमें से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण की टीम ने न्यायालय में 131 परिवाद पेश किए गए, 115 का निर्णय हो चुका है. अवमानक व अनसेफ नमूने वाले संस्थानों पर 21 लाख 69 हजार 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया.
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जिला आरबीएम अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ अरुण दुबे ने बताया कि आजकल मिलावट करने वाले लोग खाद्य पदार्थ में मिलावट करना आम हो गया है. विशेषकर त्योहारी सीजन में मिलावट ज्यादा बढ़ जाती है. मिलावटी सामग्री हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है. मिलावटी सामग्री खाने से उल्टी, दस्त जैसी समस्याएं होना आम बात है. इसके अनसेफ खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. इनके सेवन से पेट में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है. इसके अलावा लीवर, किडनी, आंतों पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
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ऐसे-ऐसे खाद्य पदार्थों में मिलावट: खाद्य सुरक्षा अधिकारी महेश कुमार ने बताया कि गत वर्ष लिए गए नमूनों में से पनीर, टोस्ट जैसे 15 खाद्य पदार्थ जांच में अनसेफ पाए गए. जबकि मावा, मिर्च पाउडर, दूध जैसे 77 खाद्य पदार्थ अवमानक मिले. खाद्य सुरक्षा अधिकारी महेश कुमार ने बताया कि जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए समय-समय पर विभाग की ओर से कार्रवाई की जाती है. विशेष कर त्योहार सीजन में ज्यादा सजगता बरतते हुए विभाग नमूने लेकर उनकी जांच कराता है. मिलावटी खाद्य पदार्थ पाए जाने पर उनके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई भी की जाती है और मौके पर कई बार मिलावटी पदार्थों को नष्ट भी करवाया जाता है.