अजमेर: नगर निगम ने क्लॉक टावर क्षेत्र में शिवाजी पार्क के पास अस्थाई सब्जी मंडी में अतिक्रमण हटाया. इससे वहां हंगामा हो गया. सब्जी बेचने वालों ने आरोप लगाया कि अतिक्रमण हटाने गई टीम ने सब्जियों के ठेले पलट दिए और अभद्रता की. नगर निगम की कार्रवाई के दौरान अपने सामान बिखरते देख सब्जी विक्रेता महिलाएं बिलखने लगी. वे अपनी पीड़ा सुनाने नगर निगम कार्यालय भी गई, लेकिन उल्टा लौटा दिया गया.
मेयर ब्रज लता हाड़ा ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सामने शिवाजी पार्क है. यहां रोड चौड़ा करने के लिए शिवाजी महाराज की मूर्ति को अन्य जगह स्थापित करने की योजना है, ताकि आने जाने का रास्ता सुगम हो. हाड़ा ने बताया कि इस मूर्ति को आदर्श नगर में एक उद्यान में स्थापित किया जाएगा. सभी सब्जी और फल ठेले वालों को समझा दिया गया था कि यहां पर रोड चौड़ा करने के उद्देश्य से शिवाजी पार्क को हटाया जाएगा, इसलिए काम शुरू होने के कारण उन्हें भी वहां से हटाना पड़ेगा, लेकिन उन्होंने नगर निगम की ओर से की गई घोषणा पर ध्यान नहीं दिया.
गलती बताकर किया रवाना: इधर शिवाजी पार्क के आसपास अतिक्रमण हटाने गए नगर निगम के दल की कार्रवाई से हड़कंप मच गया. सब्जी विक्रेता महिलाओं का सब्जी सहित ठेला पलट दिया गया. इससे सब्जियां और फल सड़क पर आ गए. साथ ही ठेले पर रखे पैसे भी सब्जी और फलों के साथ जमीन पर गिर गए और भीड़ में गायब हो गए. नगर निगम का दल यही नहीं रुका. 5 से 6 ठेले मौके से जब्त करके ट्रैक्टर ट्रॉली से नगर निगम परिसर ले आया. इस घटना से सब्जी विक्रेताओं में आक्रोश फैल गया और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की गई. बाद में सभी सब्जी फल विक्रेता नगर निगम पहुंचे, जहां उन्होंने मेयर से फरियाद की, लेकिन गलती बता कर उनको चलता कर दिया गया. इस दौरान सब्जी विक्रेता महिलाएं रोती रही. सब्जी विक्रेता महिलाओं ने बताया कि 70 वर्षों से यहां उनके पिता और फिर वे सब्जियां और फल बेचते आए हैं. कभी किसी ने नहीं हटाया, लेकिन नगर निगम के दल ने बुधवार को अचानक कार्रवाई की और ठेले पलट दिए.
छलक पड़ा दर्द: सब्जी विक्रेता ज्ञानी बताती हैं कि नगर निगम के दल ने सारा सामान सड़क पर बिखेर दिया. ठेले और उस पर रखे पैसे सब समेट कर ट्रैक्टर ट्रॉली से नगर निगम परिसर में ले गए. सब्जी विक्रेता रूपा ने बताया कि नगर निगम के दल ने फल का ठेला पलट दिया. ठेले पर 150 रुपए किलो की सेब थी, जो सड़क पर बिखेर दी. उनका आरोप है कि दल ने उन्हें हट जाने के लिए नहीं कहा. उन्होंने कहा कि मेरे घर में कोई कमाने वाला नहीं है. एक मानसिक रूप से बीमार बेटा है, जिसके पालन की जिम्मेदारी भी उस पर है. सब्जी विक्रेता छोटी बताती है कि कांटे बाट,समान, ठेला सभी को नगर निगम के कर्मी उठाकर ले गए. उन्होंने कहा कि ठेले का सामान जमीन पर बिखेर दिया और पैसे भी ठेले से ले गए. उन्होंने कहा कि शिकायत करने के लिए आए, लेकिन कोई नहीं सुनता.