गोरखपुर: योगी सरकार के बजट में गोरखपुर को बहुत कुछ मिला है. गोरखपुर से पिपराइच के लिए करीब 20 किलोमीटर फोर लेन की सड़क पर 942 करोड़ दिए गए हैं. इसके बन जाने के बाद गोरखपुर-महाराजगंज- कुशीनगर और सीमावर्ती नेपाल क्षेत्र तक पहुंचना लोगों के लिएआसान हो जाएगा. वहीं 304 करोड़ रुपये नए कलेक्टर भवन के लिए आवंटित हुए हैं, जो पांच मंजिला बनाया जाएगा. इसमें जिला स्तरीय सभी कार्यालय एक ही जगह पर स्थापित होंगे. करीब 100 वर्ष पुराने कलेक्ट्रेट भवन को पहले ही जमींदोज किया जा चुका है. नया भवन बनाने के लिए बजट का प्रस्ताव तैयार था, जिसे सरकार ने अमली जामा पहना दिया है. इसके साथ ही प्रमुख बजट में आयुष विश्वविद्यालय, पशु महाविद्यालय समेत नगर विकास और स्वास्थ्य से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं.
20.5 मीटर चौड़ा होगा फोरलेन
प्रमुख परियोजनाओं की बात करें तो गोरखपुर-पिपराइच फोरलेन मार्ग बड़ी आबादी से होकर गुजरेगा. जिसके लिए करीब 5 माह पहले डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर लोक निर्माण विभाग ने शासन को भेज दिया था. अब इसका बजट स्वीकृत होने के बाद बहुत जल्द टेंडर जारी होने की भी उम्मीद जग गई है. यह फोरलेन मार्ग करीब 20.5 मीटर चौड़ा होगा. इसके बीच में ढाई मीटर का डिवाइडर बनाया जाएगा और सड़क दोनों तरफ 9-9 मीटर की होगी. लोक निर्माण विभाग ने 1046 करोड़ का डीपीआर तैयार किया था, लेकिन शासन की व्यय समिति ने इसको संशोधित करते हुए 942.44 करोड़ रुपए कर दिया. इसमें 500 करोड़ रुपए की धनराशि फोरलेन के लिए अधिग्रहित की जाने वाली जमीन के मुआवजे पर ही खर्च हो जाएगी.
80 एकड़ जमीन पर बनेगा वेटनरी कॉलेज
वहीं प्रदेश के पांचवें वेटनरी कॉलेज के रूप में गोरखपुर के ताल नदौर में करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत से 80 एकड़ जमीन पर वेटनरी कॉलेज का निर्माण होगा. शासन ने ऐसे कॉलेजों के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये बजट में प्रावधान किया है तो आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण की अधूरी परियोजना को भी आगे बढ़ाने में बजट में प्रावधान किया गया है. नगर विकास पर भी सरकार ने जोर देते हुए त्वरित आर्थिक विकास योजना के तहत करीब 2400 करोड़ रुपये जो आवंटित किए हैं, उससे गोरखपुर नगर के विकास के लिए 23 जनवरी 2024 को जो 186 कार्य योजना शासन को भेजी गई है, उस पर कुल 247 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने हैं. इसके भी निर्माण की आस विभाग को जग गई है.
लखनऊ : कैंसर संस्थान में रोबोटिक शुरू होगी सर्जरी, पेट स्कैन मशीन खरीदी जाएगी
लखनऊ के चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी. इसके लिए संस्थान में रोबोट खरीद जाएगा. निदेशक डॉ. आरके धीमन का कहना है कि सरकार ने संस्थान की स्वास्थ्य सेवाओं को रफ्तार देने के लिए बजट की संजीवनी दी है. कुल 280 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है. जिसमें 30.60 करोड़ रुपये निर्माण कार्य के लिए है. गैर वेतन मद में 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. वेतन मद में 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. बताया कि नई मशीनों की खरीद-फरोख्त व मरम्मत आदि के लिए 150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. जो पिछले साल के बजट से करीब साढ़े चार गुना ज्यादा है. पिछले वित्तीय वर्ष में यह बजट 35 करोड़ रुपये था.
डॉ. आरके धीमन ने बताया कि कैंसर मरीजों को आधुनिक सुविधा का लाभ मुहैया कराने के लिए रोबोटिक सर्जरी शुरू की जाएगी. इसके लिए ब्रेकी थेरेपी मशीन खरीदी जाएगी. यह मशीन रेडियोथेरेपी विभाग में स्थापित की जाएगी. सिर के ट्यूमर से पीड़ित मरीजों के ऑपरेशन के लिए आधुनिक उपकरण व एंडोस्कोप खरीद जाएंगे. संस्थान के वित्त अधिकारी प्रकाश सिंह का कहना है कि कैंसर की जांच में इस्तेमाल होने वाली मशीन पेट स्कैन खरीदी जाएगी. अभी स्तन कैंसर की आशंका में आने वाली महिलाओं की मैमोग्राफी जांच नहीं हो पा रही है. बजट मिलने से मैमोग्राफी मशीन खरीद की राह आसान हो गई है. साथ ही फ्लोरोसेंस एक्सरे मशीन भी खरीदी जाएगी.