लखनऊ:उत्तर प्रदेश कांग्रेस के संगठन पुनर्निर्माण के लिए पिछले 7 दिनों से प्रदेश कार्यालय में संगठन सृजन के तहत सभी 75 जिलों और जिला अध्यक्षों के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया हुई. पूरे प्रदेश से 6280 लोगों ने जिला अध्यक्षों व शहर अध्यक्षों के पदों पर नियुक्ति के लिए वरिष्ठ नेताओं के सामने अपनी बात रखी. कांग्रेस ने लंबे समय बाद उत्तर प्रदेश में संगठन निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर काम शुरू किया है. इसी कड़ी के पहले चरण में जिला अध्यक्षों और शहर अध्यक्षों के चयन के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया आयोजित की गई, जिसमें उनसे 10 सवाल पूछे गए थे. यह जानकारी प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी.
अतीत की नींव पर भविष्य का निर्माणःअविनाश पांडेय ने कहा कि लोग कहते हैं कि कांग्रेस के पास संगठन और कार्यकर्ता नहीं हैं. इतनी बड़ी संख्या में जिला और नगर अध्यक्ष के सीमित पदों के लिए आवेदन करकर कांग्रेसजनों ने उन्हें जवाब दे दिया है. संगठन सृजन के अंतर्गत समीक्षा एवं मंथन किया कर अतीत की नींव पर भविष्य का निर्माण सार्थक सिद्ध हुआ है. यह काम हमने अचानक नहीं किया बल्कि पहले जोन के प्रभारी राष्ट्रीय सचिवों ने दौरा किया और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की उसके साथ यह भी सोचा गया कि कोई भी नेता अपनी बात कहने से वंचित न रह जाए. तब सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं को ही नहीं बल्कि वरिष्ठ कांग्रेस जनों को भी सम्मिलित किया गया. इन सात दिनों में पूरे प्रदेश से कुल 6280 लोगों ने भाग लिया. अविनाश पाण्डेय ने कहा कि हमारा संगठन सृजन कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य ‘‘अतीत की नींव पर भविष्य का निर्माण’’ करना है. हमारे संगठन सृजन कार्यक्रम के दो चरण सम्पन्न हो गए हैं.
यूपी में 5 स्तरीय संगठन का गठन किया जाएगाःअविनाश पाण्डेय ने बताया कि इसके पहले चरण में प्रदेश के 6 जोन में राष्ट्रीय सचिव प्रभारी एवं सहप्रभारी प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, प्रदेश सचिव गणों ने अपने-अपने प्रभार क्षेत्रों का दौरा कर वहां के कांग्रेसजनों के साथ बैठक कर इस पर गहन चर्चा की तथा उनके सुझाव एवं आवेदन प्राप्त किये. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस संगठन को सशक्त करने के लिए 5 स्तरीय संगठन का गठन किया जाएगा. जिसमें प्रदेश कमेटी, जिला/शहर अध्यक्ष, ब्लाक, मंडल (न्याय पंचायत), बूथ स्तर पर कमेटियों का गठन किया जायेगा. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘‘मोना’’ ने कहा कि इस बैठक में भाग लेने वालों में 30 प्रतिशत महिलाओं ने भी बढ़कर भागीदारी किया है. जो प्रियंका गांधी जी द्वारा चलाये गये अभियान ‘‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’’ का प्रतिफल है.
निषाद समाज के लोगों की आजीविका छीनना दुर्भायपूर्णं:वहीं, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि बनारस में मल्लाह और निषाद समाज के लोग जो गंगा के सहारे अपना घर परिवार चलाया करते थे. उन्हें योगी सरकार द्वारा हटाया गया और अब महाकुंभ प्रयागराज में भी इन लोगों के हाथों से रोजगार छीनकर गुजराती लोगों को स्टीमर, नाव समेत तमाम काम दे दिया गया है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्णं है. कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से निषाद और मल्लाह समाज के साथ खड़ी है.
कांग्रेस सेवा दल कुंभ में लगाएगी कैंपःअजय राय कहा कि कांग्रेस पार्टी का सेवा दल हमेशा से ही कुंभ में कैंप लगाकर चाय, मकर संक्रांति के अवसर पर खिचड़ी भोज के आयोजन के साथ-साथ चिकित्सा संबंधी व्यवस्था उपलब्ध कराकर लोगों की मदद भी करता रहा है और इस बार भी करा रहा है. हम लोग अलग-अलग अथवा समूह में या फिर परिवारों के साथ भी कुंभ में स्नान करने जाएंगे. वहीं, कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह मुन्ना, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सलमान खुर्शीद, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी, सांसद किशोरी लाल शर्मा, सांसद प्रमोद तिवारी, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, विधायक वीरेन्द्र चौधरी, पूर्व सांसद पीएल पुनिया, दानिश अली, पूर्व विधायक संजय कपूर, विवेक बंसल, भूधर नारायण मिश्रा, नेकचन्द्र पाण्डेय भी मुख्य रूप से शामिल रहे. कांग्रेस के समय की और आज की दिल्ली में जमीन आसमान का अंतर
वहीं, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय सुल्तानपुर के जयसिंहपुर के रामपुर बरौसा में पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष के आवास पर पहुंच कर उनकी माता के देहावसान पर शोक प्रकट किया. इस दौरान अजय राय ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि मिल्कीपुर हम लड़ नहीं रहे हैं. इसके पहले भी जो नौ जगहों पर उपचुनाव हुआ वो कांग्रेस नहीं लड़ी. हम लोगों ने इंडिया गठबंधन के समाजवादी पार्टी को सहयोग किया है. योगी के डेंटिंग पेंटिंग वाले बयान पर कहा कि महा कुंभ सदियों से चला आ रहा है और ये आस्था का प्रश्न है. इसमें सबको सम्मान मिलना चाहिए. जो भी इसमें सच्चे मन से आएगे, धर्म करम में सब सच्चे भाव से आते हैं. अजय राय ने कहा कि जितने लोग दिल्ली गए होंगे, उन्होंने देखा होगा कि शीला दीक्षित के समय की दिल्ली और आज की दिल्ली जमीन आसमान का अंतर है. मेट्रो से लेकर अन्य कार्य दिल्ली में शीला दीक्षित के समय में हुआ है. अजय राय ने अमित शाह का नाम लिए बगैर कहा कि आपके दिल की जो बात थी वो जुबां पर आ गई. जब दिल की बात जुबां पर आ जाती है तो उसका पटाक्षेप नहीं होता है. वो जितना उसे ढकने का प्रयास करेंगे वो उतना बढ़ती चली जाएगी. अमित शाह माफी मांगे और इस्तीफा दें.
इसे भी पढ़ें-मिल्कीपुर उपचुनाव में कांग्रेस नहीं उतारेगी प्रत्याशी, यूपी में पांच स्तरीय संगठन का करेंगे निर्माण: अविनाश पांडे