नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली में सर्दियों में होने वाले प्रदूषण की रोकथाम को लेकर 35 विभागों ने पर्यावरण विभाग को अपना एक्शन प्लान दिया है. जानकारी के अनुसार, इस बार 21 बिंदुओं पर विंटर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा. सभी विभाग मिलकर प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम करेंगे. 21 बिंदुओं पर काम के लिए अलग-अलग विभागों के नोडल एजेंसी बनाया गया है.
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बीते सप्ताह 35 विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस दौरान 21 बिंदुओं वाले विंटर एक्शन प्लान के लिए विभिन्न विभागों के नोडल एजेंसी बनाया था. विभागों से विंटर एक्शन प्लान के तहत कैसे काम किया जाएगा, इसका पूरा प्लान तैयार करने को कहा गया था.
इस मीटिंग में शामिल पर्यावरण विभाग, वन विभाग, डीपीसीसी, एमसीडी, सीपीडब्ल्यूडी, दिल्ली पुलिस, शिक्षा विभाग, डीएमआरसी, पीडब्ल्यूडी, रेलवे, एनएचएआई समेत अन्य विभागों को 12 सितंबर को एक्शन प्लान बनाकर पर्यावरण विभाग को सौंपने के लिए कहा गया था. आज विभागों ने अपनी अपनी कार्ययोजना पर्यावरण विभाग को दे दी है.
पर्यावरण विभाग सभी नोडल एजेंसियों की कार्ययोजना को कंपाइल करेगा. इसके बाद यह योजना दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के पास जाएगी. इसके बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय इस पूरे प्लान को दिल्ली की जनता के समझ रखेंगे.
इन बिंदुओं पर मांगा गया था एक्शन प्लानःदिल्ली के 13 हॉटस्पॉट्स की ड्रोन से मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके आलावा प्रदूषण की रोकथाम के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाना है. धूल से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम, मोबाइल एंटी स्मोक गन से पानी का छिड़काव करना है. वाहनों के धुएं से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए भी एक्शन प्लान मांगा गया था.
ग्रीन दिल्ली एप की शिकायतों के निस्तारण, औद्योगिक प्रदूषण की रोकथाम, हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए पौधरोपण, रियल टाइम अपोर्समेंट स्टडी, ई वेस्ट इको पार्क, पटाखों से प्रदूषण की रोकथाम, जनभागीदारी यानी जागरुकता से प्रदूषण की रोकथाम, केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों से संवाद कर प्रदूषण की रोकथाम के लिए एक्शन प्लान मांगा गया था. ग्रैप के क्रियान्वयन, खुले में कूड़ा जलाने, वर्क फ्रॉम होम, वॉलंटरी व्हीकल रिस्ट्रिक्शन, ऑड ईवन, आर्टिफिशियल रेन आदि पर विभागों नोडल एजेंसी नियुक्त कर एक्शन प्लान मांगा था, जिसे विभागों ने पर्यावरण विभाग को दिया है.
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