पश्चिम चंपारण (बेतिया) : बिहार के बेतिया एसपी शौर्य सुमन की कार्रवाई के बाद थानाध्यक्षों में हड़कंप मच गया है. आठ दिनों के अंदर तीन थानाध्यक्ष को बेतिया एसपी ने निलंबित किया है. सभी पर विभागीय कार्रवाई करते हुए उन्हें बेतिया पुलिस मुख्यालय पुलिस केंद्र में भेज दिया गया है.
केस नं. 1 : बेतिया एसपी शौर्य सुमन ने 26 नवंबर 2024 को इनरवा थानाध्यक्ष बसंत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. उन्हें बेतिया मुख्यालय पुलिस केंद्र भेज दिया.
क्या था आरोप ? : इनरवा थानाध्यक्ष बसंत कुमार के ऊपर अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को जब्त करने के पश्चात अवैध तरीके से छोड़ देने का आरोप था. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के जांच उपरांत थानाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी. जिसके बाद बेतिया एसपी ने यह कार्रवाई की.
केस नं. 2 : दूसरा मामला भंगहा थाने का है. जहां पुलिस अवर निरीक्षक (भंगहा थानाध्यक्ष) राहुल प्रसाद मांझी को 3 दिसंबर से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. निलंबन की अवधि में राहुल मांझी को बेतिया मुख्यालय पुलिस केंद्र भेजा गया है.
क्या था आरोप ? : राहुल प्रसाद मांझी को अवैध पशु तस्करों के साथ सांठ-गांठ तथा थानाध्यक्ष का आचरण एवं कार्यशैली संदिग्ध पाने का मामला सामने आया. इसकी जब जांच की गई तो वह सत्य पाया गया. जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए भंगहा थानाध्यक्ष राहुल प्रसाद मांझी को सस्पेंड कर दिया गया.
केस नं. 3 : वहीं, तीसरा मामला सिरसिया थाने से जुड़ा है. जहां सिरसिया थानाध्यक्ष मदन कुमार मांझी को 3 दिसंबर को निलंबित कर दिया गया. सिरसिया थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए निलंबन की अवधि तक उनको मुख्यालय पुलिस केंद्र किया गया है.