अजमेर:अजमेर के निकट श्रीनगर पंचायत समिति के कानाखेड़ी गांव दो स्कूली छात्रों की तालाब डूबने से मौत हो गई. दोनों बालकों के जिंदा होने की उम्मीद से उन्हें तालाब से निकलकर श्रीनगर स्वास्थ्य केंद्र पंहुचाया गया. जहां कोई व्यवस्था नहीं होने पर ग्रामीण बालकों को जेएलएन अस्पताल ले आए. यहां पर चिकित्सकों ने पड़ताल के बाद दोनों बालकों को मृत घोषित कर दिया.
सरपंच ने स्कूल पर लगाए लापरवाही के आरोप (ETV Bharat Ajmer) कानाखेड़ी गांव के सरपंच जय सिंह रावत ने बताया कि गांव कानाखेड़ी के तालाब की यह घटना है. गांव के दो बच्चे स्कूल से घर के लिए निकले और तालाब के पास पंहुच गए. जहां खेलते हुए दोनों तालाब में डूब गए. किसी अन्य बालक ने गांव में दोनों स्कूली छात्रों के डूबने की सूचना दी. इस दौरान ग्रामीणों ने श्रीनगर थाना पुलिस को भी घटना की सूचना दे दी. तालाब पर बच्चों को खोजा गया. जहां दोनों बच्चों के शव मिल गए.
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सरपंच रावत ने बताया कि बच्चों की जिंदा होने की उम्मीद से उन्हें ग्रामीण और परिजन श्रीनगर स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर गए, लेकिन वहां व्यवस्थाएं ठीक नहीं होने के कारण दोनों बच्चों को अजमेर की जेएलएन अस्पताल के शिशु रोग विभाग में लाया गया. जहां दोनों बच्चों को चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि दोनों बालकों की आयु 9 से 10 वर्ष है.
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स्कूल की लापरवाही का आरोप:सरपंच जय सिंह रावत ने आरोप लगाया कि बच्चे स्कूल अवधि से एक घण्टे पहले निकल गए थे. स्कूल का गेट खुला था, इसलिए दोनों बच्चे निकल गए. स्कूल से तालाब काफी दूर है. संभावतः दोनों बच्चे खेलते-खेलते तालाब तक चले गए. उन्होंने आरोप लगाया कि यह स्कूल की लापरवाही है कि जब बच्चे क्लास में नहीं थे, तो बच्चों के बारे में स्कूल में शिक्षकों को पता करना चाहिए था. स्कूल अवधि के मध्यांतर में दोनों छात्र निकल गए थे. इधर श्रीनगर थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.