शिमला:हिमाचल प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ने के साथ-साथ जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही है. लंबे समय से चल रहे सूखे के कारण प्रदेश में वनों में लगी आग की 1318 घटनाएं दर्ज की गई है. जिसमें अब तक ₹4.61 करोड़ की वन संपदा का नुकसान हो चुका है. इसको लेकर शिमला में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वनों को आग से बचाने के उपायों की समीक्षा बैठक की.
बैठक के दौरान सीएम सुक्खू ने वनों में आग लगने की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को आग की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल सख्त कदम उठाने के साथ दीर्घकालिक उपाय करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने इन प्रयासों में जन भागीदारी सुनिश्चित करने को भी कहा है. ताकि लोगों के सहयोग से वनों में आग लगने की घटनाओं में कमी लाई जा सके.
आग से 12,718 हेक्टेयर भूमि प्रभावित:सीएम सुक्खू ने कहा कि इस वर्ष अब तक वनों में आग लगने की 1318 घटनाएं दर्ज की गई हैं. इन घटनाओं से 2,789 हेक्टेयर हरित क्षेत्र सहित 12,718 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है. जिससे 4.61 करोड़ रुपये का प्रारंभिक वित्तीय नुकसान आंका गया है. वनों में आग लगने की घटनाओं को नियंत्रित करने और उससे होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सरकार अग्निशमन के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित एनडीआरएफ की एक समर्पित बटालियन गठित करने पर विचार कर रही है.
सीएम सुक्खू ने कहा कि 374 वन बीट आग लगने की घटनाओं के लिए अत्यधिक संवेदनशील हैं और इन क्षेत्रों में अग्निशमन सेवाओं का सुदृढ़ीकरण किया जाना चाहिए. सुक्खू ने वनों में विशिष्ट प्रजातियों के पौधों के साथ-साथ शंकुधारी पौधों के क्षेत्रों में विविध प्रजाती के पौधे लगाने को कहा है. ताकि इनसे वनों में नमी बनी रहे और आग की घटनाओं में कमी लाई जा सके. उन्होंने वन विभाग को आग की घटनाओं के कारणों की जांच करने और आवश्यक कार्यवाही की सिफारिश करने के लिए सरकारी एजेंसी से अध्ययन करवाने के निर्देश भी दिए.
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