इस क्रिकेटर ने पाक टीम को छुट्टियां मनाने के बजाए वापस लौटने को कहा, बोले-माहौल न बदलें - T20 World Cup 2024
Pakistan team Criticized : पाकिस्तान में टी20 वर्ल्ड कप से जल्दी बाहर होने पर हाहाकार मचा हुआ है. पाकिस्तान में अब खिलाड़ियों को घूमने के बजाए जल्द वापस बुलान की मांग होने लगी है. पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली :टी20 विश्व कप 2024 से पाकिस्तान के जल्दी बाहर होने से सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. बाबर आजम और अन्य पाक खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इसके बाद पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ का एक प्रशंसक के साथ विवाद करते हुए एक वीडियो सामने आया. विवाद के बीच पाकिस्तान के अन्य क्रिकेटर ने सोशल मीडिया एक्स पर हारिस रऊफ का समर्थन किया.
पाकिस्तान के क्रिकेटरों द्वारा उनके समर्थन में पोस्ट शेयर किए जाने को देखते हुए, पाकिस्तान से बाहर किए गए बल्लेबाज अहमद शहजाद ने एक तीखी पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से लंदन, दुबई और यूएसए में अपनी छुट्टियों से घर लौटने को कहा. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को हारिस रऊफ का समर्थन करने वाले पोस्ट शेयर करने के बजाय फैंस से माफी मांगनी चाहिए. शहजाद ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों से विदेश में अपनी छुट्टियां छोड़कर अपने देश लौटने को भी कहा.
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'हम हारिस राउफ के साथ जो हुआ उसकी पूरी तरह निंदा करते हैं, यह भी महत्वपूर्ण है कि विश्व कप में हारिस के खराब प्रदर्शन को अन्य खिलाड़ियों द्वारा डाले गए पोस्ट ने छिपा दिया है. खिलाड़ियों को ऐसी पोस्ट डालने के बजाए फैंस से माफी वाली पोस्ट डालनी चाहिए.
बता दें कि, पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर अहमद शहजाद को लगता है कि आलोचनाओं का सामना कर रहे पाकिस्तानी क्रिकेटर इस तरह के पोस्ट शेयर करके माहौल बदलने की कोशिश कर रहे हैं. शहजाद चाहते हैं कि जवाबदेही तय की जाए क्योंकि खिलाड़ियों ने 5 साल में कुछ भी नहीं जीता है. अच्छा होगा अगर ये खिलाड़ी देश से माफी मांगें, अगर इन खिलाड़ियों को शर्म आए और अगर ये खिलाड़ी अमेरिका, इंग्लैंड या दुबई में छुट्टियां बिताने के बजाय पाकिस्तान लौट आएं. खिलाड़ियों द्वारा की गई इन पोस्ट से माहौल नहीं बदलना चाहिए और फैंस को खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के लिए जवाब मिलना चाहिए.
शहजाद ने कहा, 'जवाबदेही अब बहुत महत्वपूर्ण है. खिलाड़ियों के एक ही समूह ने पिछले पांच सालों में हमारे देश के लिए कुछ भी नहीं जीता है और वे पाकिस्तान की सामूहिक सफलता के बजाय व्यक्तिगत उपलब्धियों को प्राथमिकता देते रहे हैं.