देहरादून:45 किग्रा महिला वेटलिफ्टिंग इवेंट में केरल की सुफना जैस्मीन पीएस ने गोल्ड हासिल किया. रजत पदक महाराष्ट्र की दीपाली दत्तात्रेय गुरसाले व कांस्य पदक मध्य प्रदेश की रानी नायक ने जीता है.
सुफना ने गोल्ड मेडल के लिए कटा दिए बाल:बता दें कि, सोना जीतने वाली 22 वर्षीय सुफना जैस्मीन केरल के इरिन्जालाकुडा में क्राइस्ट कॉलेज में ग्रेजुएशन लास्ट इयर की छात्रा हैं. इस इवेंट को जीतने के लिए सुफना ने कड़ी मेहनत की है. यहां तक कि उन्होंने अपना गेटअप तक बदल लिया. इस 45 किलोग्राम वर्ग इवेंट में भाग लेने के लिए सुफना ने अपने लंबे बाल काट दिए. इस कैटेगरी में फिट होने के लिए उन्होंने ऐसा किया है. साई त्रिशूर (स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के स्पोर्ट्स ऑफिशियल्स ने सुफना की ये पूरी कहानी ईटीवी भारत से शेयर की.
इवेंट से पहले सुफना का वेट 150 ग्राम ज्यादा था:दरअसल, इस इवेंट से पहले सुबह वजन नापने के दौरान सुफना को पता चला था कि उनका वेट 150 ग्राम अधिक आ रहा है. वजन को सही कैटेगरी में लाने के लिए सुफना ने बालों को काफी छोटा कर लिया. सुफना का कहना है कि, उनका लक्ष्य कड़ी मेहनत के जरिए भारत के लिए पदक जीतना है और वो इसके लिए अपना प्रशिक्षण जारी रखेंगी.
सुफना ने 45 किग्रा कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता:सुफना ने प्रतियोगिता में कुल 159 किग्रा वजन उठाकर पहला स्थान प्राप्त किया. सुफना की ये जीत से उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में केरल को अपना पहला स्वर्ण पदक भी मिल गया है. सुफना साल 2022 में 45 किलोग्राम वर्ग में जूनियर राष्ट्रीय चैंपियन भी रही हैं.
नेशनल चैंपियनशिप में 2 राष्ट्रीय रिकॉर्ड बना चुकी हैं सुफना:इससे पहले सुफना ने अक्टूबर 2024 में हिमाचल के नगरोटा में आयोजित नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में दो राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए थे. उन्होंने 76 किलोग्राम स्नैच व 93 किलोग्राम क्लीन एंड जर्क का भार उठाया. कुल 169 किलोग्राम भार उठाकर नया रिकॉर्ड बनाया था.
पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट का वजन भी ज्यादा निकला था: ठीक ऐसी ही परिस्थिति 2024 के पेरिस ओलंपिक में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के सामने भी आई थी. विनेश का वजन 100 ग्राम ज्यादा होने के कारण उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया था. इस कारण वो मेडल से चूक गई थीं. इसके बाद विनेश ने CAS में अपील की थी. उनकी मांग थी कि उन्हें इस इवेंट में संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए. CAS ने यह अपील खारिज कर दी थी. इस कारण पेरिस ओलंपिक से विनेश खाली हाथ लौटी थीं.
ये भी पढ़ें: