नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक में भारत के युवा निशानेबाज अर्जुन बाबूता चौथे स्थान पर देश के लिए दूसरा मेडल लाने से काफी करीब से चूक गए. सोमवार को पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में चंडीगढ़ के इस 25 वर्षीय निशानेबाज ने 208.4 का स्कोर किया. इससे पहले 28 जुलाई को मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में भारत को कांस्य पदक दिलाया था.
फाइनल के दौरान बबूता पूरे समय पदक की दौड़ में बने रहे। लेकिन, अपने दूसरे आखिरी शॉट में वह केवल 10.1 अंक ही बना सके, जिससे वह तीसरे स्थान से खिसककर चौथे नंबर पर आ गए. उनके आखिरी शॉट में सिर्फ 9.5 अंक आने से उनका पदक जीतने का सपना टूट गया.
बाबूता ओलंपिक इतिहास में चौथे स्थान पर रहे तीसरे भारतीय निशानेबाज हैं. उनसे पहले जॉयदीप कर्माकर लंदन ओलंपिक (2012) में चौथे स्थान पर रहे थे. बीजिंग ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा रियो 2016 में चौथे स्थान पर रहे थे. यह एक ऐसा स्थान है जिस पर कोई एथलीट रहना पसंद नहीं करता.