नैनीताल में गवर्नर्स गोल्फ कप टूर्नामेंट का शुभारंभ (वीडियो- ईटीवी भारत) नैनीताल:सरोवर नगरी में स्थित राजभवन में आज शुक्रवार से 19 वां गवर्नर्स गोल्फ कप टूर्नामेंट शुरू हो गया है. राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने टी ऑफ कर प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ किया. नैनीताल के राजभवन में 7 जून से 9 जून तक चलने वाले इन गोल्फ टूर्नामेंट में देशभर के 121 गोल्फर प्रतिभाग कर रहे हैं.
गवर्नर्स गोल्फ कप टूर्नामेंट का शुभारंभ: नैनीताल गोल्फ कोर्स में खेले जाने वाले टूर्नामेंट का मकसद गोल्फ को बढ़ावा देना है. ताकि नई पीढ़ी गोल्फ के प्रति आकर्षित हो सके. प्रतियोगित जूनियर, सीनियर, महिला और सुपर सीनियर वर्ग में खेली जाएगी. प्रतियोगिता में 6 साल की सबसे छोटी गोल्फर नाइसा सिन्हा आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. नाइसा सिन्हा ने बताया अब तक उन्होंने दर्शन भर से अधिक प्रतियोगिताओं में प्रतिभा किया है. जल्द ही विश्व चैंपियनशिप खेलने के लिए जाने वाली हैं. अब तक उन्होंने जर्मनी, थाईलैंड, स्कॉटलैंड समेत कई देशों में जाकर भारत का प्रतिनिधित्व किया है.
देश के 121 गोल्फर ले रहे हैं भाग: इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि गोल्फ टूर्नामेंट का रोचक पहलू ये है कि इस वर्ष 06 वर्ष के बच्चे से लेकर 75 वर्ष तक के सुपर वेटरन प्रतियोगिता का हिस्सा बन रहे हैं. प्रतियोगिता में सुपर वेटरन कैटेगरी 75 वर्ष से अधिक आयु के 07, वेटरन वरिष्ठ नागरिकों के आयु वर्ग के 18, सामान्य आयु वर्ग के 61, महिला वर्ग के 11 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. इसके साथ ही जूनियर गोल्फर्स 15 से 17 आयु वर्ग के 08, जिसमें 05 बालक और 03 बालिका खिलाड़ी, जूनियर गोल्फर्स 12 से 15 आयु वर्ग के 08, जिसमें 07 बालक और 01 बालिका खिलाड़ी और 12 वर्ष से कम आयु के 8, जिसमें 05 बालक और 03 बालिका खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं.
एशिया में सबसे ज्यादा कठिन है नैनीताल गोल्फ कोर्स:नैनीताल में राजभवन में मौजूद गोल्फ कोर्स की विशेष खासियत रही है. यह गोल्फ कोर्स देश के अन्य गोल्फ कोर्सों के मुकाबले बेहद अलग है. जहां दूसरे गोल्फ कोर्स खुले मैदान की तरह होते हैं, वहीं नैनीताल राजभवन का गोल्फ कोर्स ऐसा नहीं है. यहां घने जंगलों के बीच पूरा गोल्फ कोर्स नजर नहीं आता. चारों ओर घने जंगल हैं और गोल्फ कोर्स के मैदान भी सीढ़ीदार स्थिति में मौजूद हैं. लिहाज यहां खेलना गोल्फर के लिये बेहद चुनौती भरा रहता है.
45 एकड़ में फैला गोल्फ कोर्स लेता है फिटनेस की परीक्षा: प्रतियोगिता में भाग लेने आए गोल्फर मानते हैं कि नैनीताल का गोल्फ कोर्स देश का सबसे अलग ही गोल्फ कोर्स है. यहां खेलना दिलचस्प है क्योंकि यहां गोल्फ कोर्स में होल दिखते नहीं हैं. पेड़ों के बड़े आकार के कारण बॉल को सीधे होल तक पहुंचाना बहुत मुश्किल होता है. नैनीताल का ये गोल्फ कोर्स 45 एकड़ में बना है. इसमें 18 होल्स हैं. गोल्फ कोर्स में प्रत्येक प्रतिभागी को लगभग 4 किलोमीटर ऊपर नीचे चलना पड़ता है, जो उनकी फिटनेस का भी प्रमाण दे देता है.
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