कोलकाता : आभा खटुआ के ओलंपिक दल से बाहर होने पर कई लोगों की भौंहें तन गई हैं. बंगाल की इस लड़की को भारतीय ओलंपिक दल में बंगाल से नहीं बल्कि महाराष्ट्र से मौका मिला है. लेकिन खेल जगत के सबसे बड़े आयोजन में उतरने का सपना अभी सपना ही रह सकता है.
कुछ दिन पहले आभा के बाहर होने का मामला सामने आया था. लेकिन उन्हें बाहर क्यों किया गया, यह स्पष्ट नहीं हो पाया. इसके पीछे का कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है. लेकिन यह लिखा जा सकता है कि इसका कुछ संबंध विश्व एथलेटिक्स से है - जो दुनिया में एथलेटिक्स की नियामक संस्था है.
विश्व रैंकिंग के अंत में आभा 23वें नंबर पर पहुंच गई और उसने ओलंपिक के लिए ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया. जिस समय वह शीर्ष पर थी, वह देश के अन्य एथलीटों के साथ तैयारी के लिए तुर्की चली गई. हालांकि, पेरिस खेलों में उसे मौका मिलेगा या नहीं, यह अभी भी अनिश्चित है!
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बुधवार को पेरिस ओलंपिक के लिए 117 सदस्यीय दल की घोषणा की, जिसमें आभा खटुआ का नाम नहीं था. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने ओलंपिक के लिए आईओए को 30 खिलाड़ियों के नाम भेजे थे. आभा इस सूची से बाहर रह गई एकमात्र खिलाड़ी हैं.
इस संबंध में आईओए की ओर से कोई कारण नहीं बताया गया है. आईओए प्रमुख पीटी उषा ने फोन का जवाब नहीं दिया. एएफआई प्रमुख आदिल सुमरिवाला ने भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने व्हाट्सएप पर जवाब दिया. व्हाट्सएप के जरिए दिए गए जवाब में उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स गवर्निंग बॉडी पर जिम्मेदारी डाल दी.