प्रयागराजः महाकुंभ 2025 के पहले अमृत (शाही) स्नान के दिन संगम नगरी में करीब 4 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई. सुबह 6 बजे से शुरू हुआ स्नान शाम 6 बजे खत्म हुआ. इस दौरान 13 अखाड़ों के साधु-संतों ने स्नान किया. स्नान के बाद जब लोग अपनी घरों की ओर लौटने लगे तो रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी. जिसकी वजह से शासन-प्रशासन की व्यवस्था चरमारती हुई नजर आई.
प्रशासन हाई अलर्टः भीड़ का दबाव संगम क्षेत्र में होने के बाद प्रशासन ने रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों के पास बने होल्डिंग एरिया पर पब्लिक को जाने से रोक दिया गया है. प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पैर रखने की जगह नहीं है. लोगों को हॉल में रोका गया है. लोग अपने बच्चे और महिलाओं के साथ स्टेशन पर बैठे हुए हैं. वहीं, महाकुंभ के आस-पास स्थल है, वह पूरी तरह से फुल हो चुके हैं. प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है.
रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भारी दबावःबता दें कि 12 घंटे तक चले अमृत स्नान में सभी 13 अखाड़ों ने मां गंगा की गोद में स्नान किया. 12 घंटे में करीब चार करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया. इस दौरान हेलीकॉप्टर से लगातार श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए जाते रहे अपने-अपने गंतव्य की तरफ लौटने लगी है. लिहाजा रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भारी दबाव है. प्रयागराज रेलवे स्टेशन फुल होने के बाद श्रद्धालुओं को होल्डिंग एरिया में रोक दिया गया है.
प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भीड़. (Video Credit; ETV Bharat) स्टेशन पहुंचने के लिए करनी पड़ रही मशक्कतःप्रयागराज जंक्शन की तो इस समय लोगों की भीड़ इतना बढ़ गई है कि की जगह-जगह पुलिस प्रशासन और रेलवे प्रशासन को सड़कों पर रोक-रोक कर भेजना पड़ रहा है. रेलवे द्वारा बनाए गए बाड़ो में रोककर भीड़ की स्थिति नियंत्रित की जा रही है. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है और धीरे-धीरे प्लेटफार्म के लिए लोगों को छोड़ा जा रहा है.
वहीं, स्टेशन पर भीड़ और सही जानकारी नहीं मिलने के कारण कई लोग परेशान होकर घूमते दिखाई दिए. श्रद्धालु अरुण ठाकुर ने बताया कि पुलिस-प्रशासन ने लोगों को सही ढंग से डील नहीं किया, जिसकी वजह से लोग भटक रहे हैं. पुलिस और प्रशासन पुख्ता जानकारी लोगों को मुहैया करानी चाहिए थी. एक दिव्यांग श्रद्धालु ने बताया कि उसे दिल्ली जाना है. दिल्ली जाने के लिए स्टेशन पहुंचा तो 5 किलोमीटर से अधिक पैदल चलाया, जबकि स्टेशन सामने था. जिसकी वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. स्टेशन पहुंच रहे लोगों का कहना है कि जो व्यवस्थाएं बताई गई थी, वह जमीन पर नहीं दिखाई दी है.
55 कुंभ स्पेशल ट्रेनों रवानाःउत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि अब तक 55 कुंभ स्पेशल ट्रेन रवाना की जा चुकी है. रात में ट्रेनों की संख्या श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए ट्रेनों की संख्या और बढ़ाई गई है. जैसे-जैसे श्रद्धालु स्टेशनों पर आ रहे हैं, उन्हें कुंभ स्पेशल से वापस उनके गंतव्य तक भेजने का प्रयास किया जा रहा है. अगर भीड़ को रात भर में रेलवे स्टेशनों से उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचा जा सका तो आसपास के रेन बेसरों और होल्डिंग एरिया में उन्हें रोका जाएगा.
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