महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित होने वाला सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन है. महाकुंभ मेला, गंगा, यमुना, और सरस्वती नदियों के संगम त्रिवेणी संगम पर आयोजित होता है. इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान करने जाते हैं. मान्यता है कि महाकुंभ मेले के दौरान त्रिवेणी संगम में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
इस कुंभ मेले में न केवल देश के कोने-कोने से लोग आते हैं बल्कि विदेशों से भी हजारों की संख्या में तीर्थयात्री आते हैं. ऐसे में क्या आप भी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले में जाना चाहते हैं? तो इस खबर में दिए गए कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें. विशेषज्ञों का कहना है कि मेले के दौरान इन कुछ सुझावों का पालन करना बेहतर होगा और इससे आपकी यात्रा आनंदमय होगी...
जानें किन-किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है...
यात्रा और आवास पहले से बुक करें: महाकुंभ मेले में जाने से पहले, आप जिस भी साधन से जा रहे हैं, उसकी बुकिंग पहले से कर लेनी चाहिए. इसके साथ ही अगर आप महाकुंभ मेले में जा रहे हैं, तो वहां ठहरने के लिए होटल, गेस्ट हाउस या धर्मशाला पहले से बुक करवा लेना ही बेहतर है. क्योंकि, महाकुंभ में भीड़ बहुत ज्यादा होती है, ऐसे में वहां होटल मिलना मुश्किल हो सकता है. बता दें प्रयागराज कुंभ मेले में दुनिया भर से लाखों पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं. आपको पहले से ही योजना बना लेनी चाहिए ताकि वहां जाने के बाद कोई परेशानी न हो. कुंभ मेले में कैसे जाएं? पहले से जान लें कि जाने के बाद कहां रुकना है. यदि आवश्यक हो तो सरकारी ट्रैवल एजेंसियों की मदद ली जा सकती है.
जरूरी सामान की पैकिंग: कुंभ मेले में जाने से पहले जरूरी सामान पैक कर लें. वहां जाने के बाद आपको सभी जरूरी चीजें पहले से ही तैयार कर लेनी चाहिए ताकि आपको अपनी जरूरत की चीजें न होने का तनाव न हो. चलने के लिए उपयुक्त जूते पहनने चाहिए. नहाने के बाद ऐसे सैंडल और जूते चुनना सबसे अच्छा है जिनमें पकड़ हो ताकि गीले होने पर पैर फिसलें नहीं. वहां के तापमान के अनुसार ही ड्रेसिंग करनी चाहिए. साथ ही विशेषज्ञों की सलाह है कि दवाइयों का इस्तेमाल करने वालों को भी इसे अपने साथ रखना चाहिए...