वेनेजुएला : धरती रहस्यों से भरी पड़ी है, यहां पर कई ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है. वहीं जमीन में गड़े सैकड़ों वर्ष पुरानी जानवरों की लाशों के अवशेष हमें अनोखी जानकारी देते हैं. इन्हीं अवशेषों को वैज्ञानिक फॉसिल्स या जीवाश्म कहते हैं. ऐसी की एक खोज में वैज्ञानिक को करोड़ों वर्ष पुरानी समुद्री गाय का इस तरह का कंकाल मिला है जिसने उसके शिकार होने की अनूठी कहानी के बारे में पता चला है.
वैज्ञानिक को पहली बार ऐसा जीवाश्म मिला है जिससे पता चलता है कि एक समुद्री जानवर पर किस तरह दो शिकारी जानवरों ने हमला किया था.
समुद्री गाय के कंकाल में वैज्ञानिकों को दो जानवरों के हमले के निशान मिले थे. इसमें समुद्री गाय के कंकाल पर विशेष दांतों के निशान हैं और यह प्रारंभिक से मध्य मियोसीन युग (2.3 करोड़ से 1.16 करोब साल के बीच) के दौरान एक जानवर पर दो शिकारियों द्वारा हमला किए जाने का एक दुर्लभतम उदाहरण है. यह अध्ययन हाल ही में जर्नल ऑफ वर्टेब्रेट पेलियोन्टोलॉजी में प्रकाशित हुआ. अध्ययन में बताया गया है कि समुद्री गाय के मुंह के आगे के हिस्से पर गहरे दांतों के निशान बताते हैं कि मगरमच्छ ने पहले उसके चेहरे को पकड़ा और उसका दम घोंटने की कोशिश की.
ये ठीक उसी प्रकार है जैसे आज भी मगरमच्छ किसी को शिकार बनाने के लिए करते हैं. इतना ही नहीं उसकी हड्डियों पर भी चीरे के निशान थे, जिनसे पता चलता है कि मगरमच्छ ने हमले के दौरान उसे काफी घसीटा था. इसके अलावा समुद्री गाय के कंकाल पर कई काटने के निशान भी मिले, जिसको देखकर वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि वह मौत से पहले टाइगर शॉर्क से भिड़ी होगी. ये शार्क भोजन की तलाश में जाने जाते हैं. इसके अलावा कंकाल पर कई काटने के निशान भी थे, साथ ही टाइगर शार्क का दांत भी पाया गया है. ये शार्क भोजन की तलाश के लिए जाने जाते हैं और इन्हें समुद्र का कूड़ेदान कहा जाता है.
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