वॉशिंगटन: लेबनान में मंगलवार को एक साथ हजारों हैंडहेल्ड पेजर फटने से 8 लोगों की मौत हो गई और 2 हजार से ज्यादा घायल हो गए. हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि घटना दोपहर साढ़े तीन बजे हुई. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ये विस्फोट ऐसे समय में हुए जब हिज्बुल्लाह के सदस्य नए पेजर ले जा रहे थे.
इस बीच ऑपरेशन की जानकारी रखने वाले अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि इजराइल ने लेबनान को एक्सपोर्ट की गई ताइवान निर्मित पेजर्स के एक नए बैच के भीतर विस्फोटक मैटेरियल छिपाकर हिजबुल्लाह के खिलाफ अपना अभियान चलाया.
लेबनान पहुंचने से पहले पेजर्स में छेड़छाड़
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ऑपरेशन की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए अमेरिकी अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि हिजबुल्लाह ने ताइवान में गोल्ड अपोलो से जो पेजर मंगवाए थे, उनके लेबनान पहुंचने से पहले ही उनमें छेड़छाड़ की गई थी. इनमें से ज्यादातर पेजर कंपनी के AR924 मॉडल के थे. हालांकि शिपमेंट में गोल्ड अपोलो के तीन अन्य मॉडल भी शामिल थे.
अधिकारियों ने बताया कि हर पेजर में बैटरी के बगल में एक से दो औंस तक विस्फोटक मैटेरियल लगाया गया था. साथ ही इसमें एक स्विच भी लगाया गया था, जिसे विस्फोटकों को विस्फोट करने के लिए दूर से चालू किया जा सकता था.
पेजर्स को बीप करने के लिए किया प्रोग्राम
अधिकारियों ने बताया कि लेबनान में दोपहर 3:30 बजे पेजर को एक मैसेज मिला जो ऐसा लग रहा था कि यह हिजबुल्लाह के नेतृत्व से आ रहा है. इस मैसेज ने विस्फोटकों को एक्टिव कर दिया. अधिकारियों के अनुसार इन डिवासेस को विस्फोट से पहले कई सेकंड तक बीप करने के लिए प्रोग्राम किया गया था.
उधर हिजबुल्लाह ने इस हमले की साजिश रचने का आरोप भी इजराइल पर लगाया है, लेकिन इस ऑपरेशन के बारे में उसने सीमित डिटेल ही दी है. फिलहाल इजराइल ने हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है, न ही कहा है कि इसके पीछे उसका हाथ है.
बैटरी की वजह से नहीं हुए धमाके
रिपोर्ट के मुताबिक हमलों के फुटेज का अध्ययन करने वाले इंडिपेंडेंट साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने कहा कि यह स्पष्ट है कि धमाके एक ही तरह के विस्फोटक पदार्थ के कारण हुए थे. सॉफ्टवेयर कंपनी विदसिक्योर के एक रिसर्च एक्सपर्ट और यूरोपोल के साइबर क्राइम एडवाइजर मिको हाइपोनेन ने कहा, "इन पेजर्स को इस प्रकार के विस्फोटों को जनरेट करने के लिए मॉडिफाई किया गया था. विस्फोट का साइज और ताकत यह संकेत देती है कि यह केवल बैटरी की वजह से नहीं हुए थे."
रिपोर्ट में कुछ अधिकारियों और सुरक्षा विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि इस साल की शुरुआत में हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने सेलफोन के इस्तेमाल को सख्ती से सीमित कर दिया था.उनका मानना था कि इजराइल इनके जरिए मॉनिटरिंग कर सकता है.विशेषज्ञों ने कहा कि इस हमले ने हिजबुल्लाह को बहुत बड़ा झटका दिया है, क्योंकि इससे उसका कम्युनिकेशन के एक अहम साधन को नष्ट कर दिया.
हिजबुल्लाह ने मंगवाए थे 3,000 से ज्यादा पेजर
कई अधिकारियों ने बताया कि हिजबुल्लाह ने ताइवान की गोल्ड अपोलो कंपनी से 3,000 से ज्यादा पेजर मंगवाए थे. हिजबुल्लाह ने पूरे लेबनान में अपने सदस्यों को पेजर वितरित किए, जिनमें से कुछ ईरान और सीरिया में हिजबुल्लाह के सहयोगियों तक भी पहुंचे. इजराइल के हमले ने उन पेजर को प्रभावित किया जो चालू थे और मैसेज प्राप्त कर रहे थे. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि पेजर कब मंगवाए गए और वे लेबनान में कब पहुंचे?