पटना : आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल अब दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे. उनके स्थान पर उनकी मंत्री आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बनेंगी. आतिशी दिल्ली की शिक्षा मंत्री रही हैं और काफी पढ़ी लिखी और अनुभवी हैं. आप की ओर से उनके नाम की औपचारिक घोषणा होते ही विपक्षी पार्टियों ने हमले करने शुरू कर दिए. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट करके निशाना साधा और ये लिखा कि 'दिल्ली को राबड़ी देवी मुबारक हो..'
दिल्ली को राबड़ी देवी मुबारक हो।@ANI @AHindinews @ArvindKejriwal @AtishiAAP
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) September 17, 2024
ये क्या बोल गए मांझी : जीतनराम मांझी के इस कमेंट पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई. किसी ने कहा कि आतिशी पढ़ी लिखी हैं. यूजर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं उनके पोस्ट पर दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि आपके बेटे कौन से चाणक्य हैं? एक यूजर ने मांझी को सलाह देते हुए लिखा कि आप वरिष्ठ नेता हैं और आपने जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव देखें होंगे. आपको ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
'AAP की वापसी संभव नहीं' : इधर जेडीयू ने भी आतिशी के नाम को लेक आप को घेरा और आम आदमी पार्टी के फैसले पर सवाल खड़े किए. जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जो कुछ भी आम आदमी पार्टी का नुकसान पिछले दिनों हुआ है, उसके डैमेज कंट्रोल का ये एक निरर्थक प्रयास है. जनता इनको पटकनी देने का मन बना चुकी है. दिल्ली विधानसभा के चुनाव में आप पार्टी की वापसी नहीं होगी. जिस वैकल्पिक राजनीति के एक चेहरे के तौर पर अरविंद केजरीवाल जी को जनता ने सिर पर बैठाया था, अपना आशीर्वाद दिया था वह कहीं ना कहीं आज वह खुद को ठगे हुए महसूस कर रही है.
''अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी हर सभा में आवाज उठाते थे. लेकिन भ्रष्टाचार के इस दलदल में अरविंद केजरीवाल न केवल वह बल्कि उनकी पूरी पार्टी धंसती हुई चली गई. मुख्यमंत्री पद पर नए चेहरे को बैठने से आम आदमी पार्टी की हालत नहीं बदलने वाली है. आगामी विधानसभा के चुनाव में उनकी वापसी मुश्किल होगी.''- राजीव रंजन, जेडीयू प्रवक्ता
आतिशी होंगी दिल्ली की नई सीएम : गौरतलब है कि जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने की घोषणा कर दी. आज शाम को 4:30 बजे अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और अपनी जगह उनकी सरकार की मंत्री आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर विधायकों में सहमति बनी है. आतिशी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ी हैं और मंत्री रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहीं थीं.