हैदराबाद: स्वास्थ्य को लेकर भारत के लोग अधिक जागरूक होते जा रहे हैं. कोरोना महामारी के बाद से जिस तरीके से लोग अपनी स्वास्थ्य को लेकर एलर्ट हुए, वह काबिले-ए-तारीफ है. स्वस्थ शरीर के लिए शरीर और घर के आस पास साफ सफाई काफी मायने रखता है. रोज सुबह उठने के बाद नित्य क्रिया से निवृत होने के बाद स्नान करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना गया है. नहाने से एक व्यक्ति खुद को तरोताजा महसूस करता है. हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो एक दिन छोड़कर स्नान करते हैं. इनमें भगौलिक परिस्थितियां भी जुड़ी हुई हैं. आज हम बताएंगे कि, अगर आप रोज स्नान करते हैं तो इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं.
कब-कब नहाना चाहिए
भारत ऐसा देश है जहां लोग धर्म कर्म पर अधिक विश्वास करते हैं. अक्सर हम देखते हैं कि, लोग सुबह उठकर नहाना और फिर पूजा-पाठ करते हैं. लोग देश में कड़ाके की ठंड में भी नहाते हैं. इसलिए भारत के लोग दुनिया में सबसे ज्यादा नहाने वालों में शुमार किए जाते हैं. ऐसे में अगर कोई आपसे यह कह दे कि, रोज स्नान मत कीजिए, इससे आपके सेहत को नुकसान हो सकता है तो आप शायद चौंक जाएंगे.
ज्यादा नहाने से होगा नुकसान या फायदा, जानें
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से साइंस मानती है कि अगर आप रोजाना नहाते हैं तो अपना नुकसान कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादा नहाने से त्वचा की प्रतिरोधक क्षमता भी कम होती है. दुनियाभर के स्किन स्पेशलिस्ट मानते हैं कि, अगर ठंड में रोज नहीं नहा रहे हैं तो ये आपके लिए अच्छा है. ऐसा मानना है कि, अधिक स्नान करने से इंसानी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है. वैसे आज कल जिस तरीके से गर्मी पड़ रही है, ऐसे में गर्मी से राहत पाने के लिए रोज नहाना हमारी मजबूरी है. लेकिन सर्दियों में नहाना किसी जंग से कम नहीं है. कई स्टडीज में यह साबित हो चुका है कि, त्वचा में खुद को साफ करने की क्षमता होती है. अगर आप व्यायाम नहीं करते, या फिर खेतों में जाकर पसीना नहीं बहाते, धूल मिट्टी से दूर रहते हैं तो आपके लिए रोजाना स्नान करना जरूरी नहीं है.
गर्म पानी से नहाने का नुकसान
कहा जाता है कि, सर्दियों में गर्म पानी से नहाने से त्वचा को अधिक नुकसान पहुंचता है. इससे आपकी स्कीन के ड्राई होने का खतरा बना रहता है. शोध बताते हैं कि, अधिक देर तक गर्म पानी से नहाने से शरीर का प्राकृतिक तेल निकल जाते हैं. धरती पर जीवित प्राणी के लिए नेचुरल आयल का होना बेहद जरूरी है. अगर शरीर में नेचुरल आयल ना हो तो बॉडी की रेजिस्टेंस कैपेसिटी (प्रतिरोधक क्षमता) कम हो जाती है. विज्ञान के मुताबिक, ये ऑयल आपको मॉइश्चराइज्ड और सुरक्षित रखने में सहायक होता है.