हैदराबाद:गर्भावस्था एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण समय होता है जिसमें मां और शिशु दोनों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है. गर्भवती माताओं को अक्सर इस बारे में बहुत सी सलाह मिलती है कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. क्योंकि इस अवधि के दौरान बच्चे और मां दोनों के लिए अपने आहार पर विशेष ध्यान देने का समय होता है. इस दौरान आमतौर पर चिकित्सक और विशेषज्ञ कुछ फूड आइटम्स से परहेज करने की सलाह देते हैं. चलिए जानते है कि प्रेग्नेंसी के दौरान क्या खाना और क्या नहीं खाना चाहिए...
हाई मरकरी (काफी मात्रा में मरकरी) वाली मछलियां
काफी मात्रा में मरकरी वाली मछलियां विषैली होती हैं. गर्भावस्था के दौरान इन मछलियों का सेवन करना जोखिम भरा हो सकता है. इन मछलियों के सेवन से आपके तंत्रिका तंत्र, प्रतिरक्षा प्रणाली और गुर्दे पर खराब प्रभाव पड़ सकता है. यह बच्चों में गंभीर विकास संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है, कम मात्रा में भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. बड़ी समुद्री मछलियां काफी मात्रा में मरकरीजमा कर सकती हैं, इसलिए गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान उच्च पारा वाली मछलियों से बचना सबसे अच्छा है.
इन मछलियों में काफी मात्रा में मरकरी होता है...
- शार्क
- स्वोर्डफिश
- किंग मैकेरल
- टूना (विशेष रूप से बिगआई टूना)
- मार्लिन
- मेक्सिको की खाड़ी से टाइलफिश
- ऑरेंज रफी
अधपकी या कच्ची मछलियां
कच्ची मछली, खास तौर पर शेलफिश में नोरोवायरस, विब्रियो, साल्मोनेला और लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया या परजीवी होने का जोखिम बहुत ज्यादा होता है. कच्ची मछली को संभालने, स्टोर करने और प्रोसेस करने के दौरान संक्रमित हो सकती है, जिसमें धुएं में और धूप की रौशनी सुखाना भी शामिल है. इस तरह के संक्रमण से प्रेगनेंट महिला में निर्जलीकरण और कमजोरी हो सकती है और कुछ संक्रमण प्लेसेंटा के जरिए आपके बच्चे में भी पहुंच सकते हैं. ये समय से पहले डिलीवरी, गर्भावस्था का नुकसान, मृत जन्म और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकते हैं.
शराब
गर्भावस्था के दौरान, शराब से गर्भपात, मृत जन्म और भ्रूण शराब सिंड्रोम (FAS) का जोखिम बढ़ जाता है. FAS हृदय और मस्तिष्क सहित विकास के कई पहलुओं को प्रभावित कर सकता है. चूंकि गर्भावस्था के दौरान शराब का कोई भी स्तर सुरक्षित साबित नहीं हुआ है, इसलिए इसे पूरी तरह से टालना सबसे अच्छा है.
कैफीन
कॉफी, चाय, शीतल पेय और कोको सभी में कैफीन होता है. शोध ने कैफीन के अधिक सेवन को गर्भावस्था के नुकसान, मृत जन्म, जन्म के समय कम वजन और विभिन्न विकास संबंधी मुद्दों के जोखिम से जोड़ा है. कैफीन बहुत जल्दी अवशोषित हो जाता है और आसानी से प्लेसेंटा में चला जाता है. चूंकि शिशुओं और उनके प्लेसेंटा में कैफीन को चयापचय करने के लिए आवश्यक मुख्य एंजाइम नहीं होता है, इसलिए उच्च स्तर बन सकता है.
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्सटेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) गर्भावस्था के दौरान प्रति दिन कैफीन का सेवन 200 मिलीग्राम (mg) से कम करने की सलाह देता है.
दूषित पेयजल
प्रेगनेंसी के दौरान निर्जलीकरण से बचने के लिए भरपूर पानी पीना जरूरी है. संयुक्त राज्य अमेरिका में ज्यादातर नल का पानी पीने के लिए सुरक्षित है, लेकिन गंदे या प्रदूषित पेयजल में मौजूद संदूषक आपको या आपके अजन्मे बच्चे को नुकसान पहुचा सकते हैं. अगर आप निजी कुएं से पानी इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपको प्रभावित कर सकता है, क्योंकि पर्यावरण संरक्षण एजेंसी इस पानी का परीक्षण नहीं करती है. अगर आपको अपने पानी के बारे में कोई चिंता है, तो अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण या पर्यावरण एजेंसी से संपर्क करें.