Music Therapy : अलग-अलग बीमारियों को ठीक करने के लिए प्राचीन काल से ही अलग-अलग उपचार पद्धतियों का इस्तेमाल किया जाता रहा है. इन्हीं थेरेपी में से एक है म्यूजिक थेरेपी. म्यूजिक थेरेपी धीरे-धीरे देश के अलग-अलग हिस्सों में लोकप्रिय हो रही है. म्यूजिक थेरेपी क्या है! इस बारे में ईटीवी भारत ने म्यूजिक थेरेपिस्ट अनुभूति काकती गोस्वामी से बात की
म्यूजिक थेरेपी क्या है! म्यूजिक थेरेपी में व्यक्ति को मानसिक, भावनात्मक या संज्ञानात्मक बीमारियों और विकास संबंधी समस्याओं से उबरने में मदद करने के लिए संगीत का इस्तेमाल है. Anubhuti Kakati Goswami ने बताया कि म्यूजिक थेरेपी का इस्तेमाल अलग-अलग तरीकों से किया जाता है. म्यूजिक थेरेपी सुनकर या गाकर, गाने लिखकर, संगीत वाद्ययंत्र बजाकर आदि के जरिए भी दी जा सकती है.
अनुभूति काकती गोस्वामी ने ईटीवी भारत को बताया कि म्यूजिक थेरेपी चिंता और तनाव से पीड़ित लोगों को दी जाती है. म्यूजिक थेरेपी शारीरिक और मानसिक भावनाओं से पीड़ित लोगों को फायदा पहुंचा सकती है. म्यूजिक थेरेपी का उपयोग शारीरिक विकारों, विशेष रूप से तंत्रिका संबंधी समस्याओं, पक्षाघात, सिरदर्द, स्ट्रोक और कोमा आदि के इलाज के लिए किया जा सकता है. इसी तरह अवसाद, तनाव, चिंता, सिजोफ्रेनिया आदि के लिए छोटी से लेकर बड़ी मानसिक बीमारियों का इलाज किया जाता है. म्यूजिक थेरेपी बच्चों को भी दी जा सकती है.
केवल इस बात का ध्यान रखें
म्यूजिक थेरेपी प्राप्त करने के लिए आपको रोगी होने की आवश्यकता नहीं है. शरीर में कोई बीमारी न होने पर भी व्यक्ति म्यूजिक थेरेपी ले सकता है. केवल इस बात पर विचार करना है कि हम जिस समय म्यूजिक थेरेपी ले रहे हैं, उसके लिए वह समय उपयुक्त है या नहीं. अंत में, Music therapist Anubhuti Kakati Goswami ने बताया कि वह 10 वर्षों से म्यूजिक थेरेपी से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने भारत के विभिन्न स्थानों जैसे दिल्ली, कोलकाता, ऋषिकेश, गोकर्ण, असम और मुंबई में म्यूजिक थेरेपी वर्कशॉप करके कई लोगों को लाभ पहुंचाया है.
डिस्कलेमर:- यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.