पटना: धनिया पत्ती को अंग्रेजी भाषा में कोरिएंडर कहा जाता है. यह एक ऐसी पत्ती है जो स्वाद के साथ आपके सेहत का भी पूरा खयाल रखती है. इसकी खेती दुनिया के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर की जाती है. इस पौधे की पत्तियों और बीज में औषधीय गुण पाए जाते हैं. आज हम आपको बताएंगे कैसे ये मामलू सी दिखने वाली धनिया पत्ती आपके कई रोगों का रामबाण इलाज है.
कैसे हुई धनिया पत्ती की शुरुआत: धनिया का उपयोग सबसे पहले रोमन लोग करते थे. एक अभिलेख के अनुसार 5000 ईसा पूर्व में धनिया का उपयोग रोटी में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता था. भारत के अंदर धनिया और धनिया पत्ती का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है. धनिया का इस्तेमाल जहां मसाले में किया जाता है, वहीं धनिया पत्ती का इस्तेमाल मुख्य रूप से चटनी और सब्जी का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है. धनिया पत्ता मुख्य रूप से पाचन क्रिया को ठीक करने का काम करती है.
मधुमेह रोग में है रामबाण: धनिया पत्ती कैल्शियम का समृद्ध स्रोत माना जाता है. भारत में रहने वाले 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के शरीर में कैल्शियम की कमी होती है और धनिया पत्ती के सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होती है. यह हड्डियों के विकास और मजबूती में कारगर है. मधुमेह रोग से पीड़ित लोगों के लिए धनिया पत्ता अमृत समान है. यह स्रावी ग्रंथियां को एक्टिवेट करने का काम करता है, जिससे कि इंसुलिन का स्राव बढ़ता है, पूरी प्रक्रिया शरीर में शर्करा के उचित विघटन में मदद करती है, जिससे शुगर लेवल नियंत्रित रहता है.
महिलाओं को इन परेशानी से मिलेगी राहत:भारत की महिलाएं मुख्य रूप से आयरन और कैल्शियम की कमी से जूझती है. वहीं धनिया पत्ती के सेवन से आयरन और कैल्शियम की कमी को दूर की जा सकती है. इसके साथ ही इसके सेवन से पेट की समस्या भी दूर होती है. इसके अलावा शरीर में कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी कम होती है. धनिया पत्ती में सिनेओल और लिनोलिक एसिड दोनों होते हैं. इन तत्वों में एंटी रूमेटिक और एंटी आर्थ्रिटिक गुण होते हैं जो त्वचा की सूजन को कम करने में मदद करते हैं.