हैदराबाद:विश्वभर में कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स ने लोगों पर कहर बरसाना शुरू कर दिया है. कोरोना की तरह ही मंकीपॉक्स भी वैश्विक महामारी बनता जा रहा है. अफ्रीकी देशों में मंकीपॉक्स के चलते अब तक लगभग सौकड़ों लोगों की जानें जा चुकी है. वहीं, यह वायरस अब केवल अफ्रीकी देशों तक ही सीमित नहीं रह गया है. अब इसका कहर एशियाई देशों में भी देखा जा रहा है. अफ्रीका से बाहर पाकिस्तान में भी इस वायरस के 3 मरीज मिले हैं. जिसके बाद WHO ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर कर दिया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) और अन्य अफ्रीकी देशों में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों चिंता व्यक्त की है. 13 अगस्त को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक खतरा घोषित किया था. WHO ने इसे PHEIC या अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया, जो WHO द्वारा जारी की गई चेतावनी का हाई लेवल है.
एमपॉक्स का नया क्लेड 1बी स्ट्रेन चिंताजनक
इस बीच, संक्रामक रोग के जानकारों इस वायरस को कहा कि एमपॉक्स का नया क्लेड 1बी स्ट्रेन चिंताजनक है, क्योंकि यह केवल शारीरिक संपर्क से लोगों के बीच आसानी से फैल सकता है. इसके परिणामस्वरूप बच्चों में भी मृत्यु दर बढ़ सकती है. फिलहाल, यह मध्य अफ्रीका में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) तक सीमित है. विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि नया स्ट्रेन एमपॉक्स क्लेड 2बी से अलग है. संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. ईश्वर गिलाडा ने IANS को बताया कि कांगो गणराज्य में इस तरह के स्थानिक मामले लंबे समय से देखे जा रहे हैं. एमपॉक्स क्लेड 1 टाइप जो ज्यादा घातक और अधिक प्रमुख है, दशकों से वहां मौजूद है. लेकिन अब यह नए रूपों, यानी क्लेड 1बी के चलते ज्यादा संक्रामक हो गया है.
बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय कोविड-19 टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन ने कहा कि क्लेड 1 के विपरीत, नया स्ट्रेन क्लेड 1बी से मरने वालों की संख्या ज्यादा है. यह अबतक का सबसे खतरनाक स्ट्रेन है. मंकीपॉक्स वायरस का अधिक विषैला प्रकार यौन संबंधों के माध्यम से फैलने की क्षमता प्राप्त कर चुका है. ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के अनुसार, क्लेड 1बी की मृत्यु दर वयस्कों में 5 प्रतिशत और बच्चों में 10 प्रतिशत है.
उन्होंने बताया कि यह नया क्लेड यौन संपर्क के बिना भी पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित कर सकता है. इसके साथ हा यह बच्चों को भी प्रभावित कर सकता है. और गर्भपात और मृत शिशु जन्म का कारण भी बन सकता है. एमपॉक्स का नया स्ट्रेन चिंताजनक है, क्योंकि यह पहले वाले स्ट्रेन की तुलना में लोगों के बीच अधिक आसानी से फैल सकता है. इस नए क्लेड 1बी स्ट्रेन के अन्य देशों में फैलने के अभी तक कोई संकेत नहीं हैं.
नोट:क्लेड 1बी पूरे शरीर पर त्वचा के फटने का कारण बनता है, जबकि पिछले वेरिएंट मुंह, चेहरे या जननांगों के आसपास स्थानीय घावों का कारण बनते थे.
क्या है मंकीपॉक्स?
Mpox एक जूनोसिस बीमारी है जो जानवरों से मनुष्यों में फैलती है. यह एक संक्रामक रोग है, जिसकी पहचान सबसे पहले साल 1970 में हुई थी. Mpox के दो सबवैरिएंट हैं- क्लेड-1 और क्लेड-2. यह एक ऐसा संक्रमण है जो बंदरों से इंसानों में फैला था. इस संक्रमण का फैलाव एक से दूसरे इंसान में भी होता है. इस बीमारी का नेचर ऑफ ट्रांसमिशन प्रकृति और जानवर है. इसमें गिलहरी, गैम्बियन पाउच वाले चूहे, डॉर्मिस, बंदरों की विभिन्न प्रजातियां और अन्य जानवर भी शामिल है. इस वायरस के ज्यादातर मरीज अक्सर ट्रॉपिकल रेनफॉरेस्ट के करीब पाए जाते हैं. इस संक्रमण की शुरुआत भी सबसे पहले अफ्रीका से ही हुई थी.
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स?
मंकी पॉक्स एक ऐसा वायरस है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति यदि किसी भी तरीके से अन्य व्यक्ति के संपर्क में आता है तो यह वायरस फैल सकता है. इसमें यौन संबंध, त्वाचा से त्वचा का संपर्क और संक्रमित शख्स से करीब से बात करना भी शामिल है. शरीर में यह वायरस ब्रोकन स्किन के द्वारा से आंख, नाक, श्वसन तंत्र या मुंह में प्रवेश कर सकता है. मंकी पॉक्स उन चीजों को छूने से भी फैल सकता है जिसका कि इन्फेक्टेड व्यक्ति ने इस्तेमाल किया हो, जैसे कि बेड, कपड़े और तौलिया. यह वायरस संक्रमित जानवर जैसे कि बंदर, चूहे और गिलहरी के संपर्क में आने से यह भी हो सकता है. साल 2022 में मंकी पॉक्स वायरस सेक्सुअल कॉन्टैक्ट से ज्यादा फैला था.
एमपॉक्स का निदान कैसे किया जाता है?
आपका स्वास्थ्य सेवा पेशेवर आपके छालों या दाने की पपड़ी से कुछ तरल पदार्थ एकत्र करके आपको एमपॉक्स का निदान कर सकता है. आपका नमूना प्रयोगशाला में भेजा जाएगा और एमपॉक्स के लिए परीक्षण किया जाएगा. जब तक आपका डॉक्टर आपको आपके परिणामों के बारे में सूचित नहीं करता, तब तक आपको घर पर अलग रहना चाहिए.
एमपॉक्स के लक्षण क्या हैं?
एमपॉक्स के शुरुआती लक्षणों में 'फ्लू जैसे' लक्षणों के साथ सामान्य रूप से अस्वस्थ महसूस करना शामिल है. एमपॉक्स के लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और ज़्यादातर लोग 2 से 4 हफ्तों के भीतर ठीक हो जाते हैं.