डायबिटीज की समस्या है इन दिनों तेजी से बढ़ रही है. वो दिन गए जब टाइप 2 डायबिटीज केवल 40 से ऊपर के लोगों को प्रभावित करती थी. खासकर भारत में आजकल 20 से 30 साल को भी यह बीमारी प्रभावित कर रही है. 25 से कम उम्र में डायबिटीज शुरू होने वाले लगभग 25 फीसदी लोगों को टाइप 2 डायबिटीज है. यह ध्यान देने वाली बात है कि भारत की 50 फीसदी से अधिक आबादी का अनुमान 25 वर्ष से कम आयु का है और 65 फीसदी से अधिक 35 वर्ष से कम आयु के हैं. इसके अलावा, महिलाओं को भी प्रारंभिक-शुरुआत टाइप 2 डायबिटीज के लिए अधिक संवेदनशील पाया गया है. इसका अर्थ है कि हम संभावित रूप से विनाशकारी डायबिटीज महामारी के मुहाने पर हैं.
इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह मोटापा को माना जाता है, इसके साथ ही खराब जीवनशैली, खान-पान और व्यायाम की कमा भी इस बीमारी रिस्क फैक्टर्स है. बता दें, डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है. इसे कंट्रोल करने के लिए लोगों को खान-पान से लेकर रहन-सहन तक कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं. इस बीमारी के मरीज के लिए ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना ही सबसे अहम होता है. अगर डायबिटीज के मरीज के शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाए तो उसे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं.
यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों को चीनी का सेवन करने से मना किया जाता है. दरअसल, चीनी के सेवन से डायबिटीज पेशेंट के ब्लड में ग्लूकोज या शुगर लेवल बढ़ने का सबसे ज्यादा रिस्क होता है. यही कारण है कि इसे रोकने के लिए मरीज मीठा खाना छोड़ देते हैं. अब सवाल यह है कि क्या डायबिटीज में गुड़ खाया जा सकता है. इस खबर के माध्यम से जाने जवाब...
डायबिटीज में गुड़ खाना कितना सेफ? एक्स्पर्ट्स और sciencedirect.com पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, गुड़ बहुत ही हेल्दी होता है लेकिन, डायबिटीज की बीमारी में गुड़ का सेवन ठीक नहीं है. दरअसल, गुड़ और चीनी दोनों ही चीज गन्ने के रस से बनाए जाते हैं. इसलिए गुड़ का सेवन करना डायबिटीज मरीजों के लिए सेफ नहीं है. गुड़ खाने से भी शुगर का स्तर बढ़ता है. यदि आपको डायबिटीज है और मीठा खाने मन कर रहा है तो आप गुड़ के बजाय नैचुरल स्वीटनर्स जैसे कि शकरकंदी का उपयोग कर सकते हैं. हालांकि,डायबिटीज के मरीज के लिए इसका अधिक सेवन करना भी ठीक नहीं होता है. लेकिन, सीमित मात्रा में डायबिटीज मरीज भूनी हुई शकरकंद खा सकते हैं, क्योंकि शकरकंद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. इसके साथ ही शुगर पेशेंट संतरा, एवोकाडो, खजूर भी खा सकते हैं.
गुड़ को शक्कर की तुलना में हेल्दी माना जाता है, क्योंकि गुड़ को चीनी की तरह प्रोसेस नहीं किया जाता है. इतना ही नहीं गुड़ में आयरन और कुछ अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो बॉडी के लिए फायदेमंद होते हैं.
गुड़ खाने से पाचनशक्ति बढ़ती है. इससे पेट में गैस, ब्लोटिंग और अन्य समस्याएं कम होती हैं. इतना ही गुड़ खाने से ब्लड भी साफ होता है. गुड़ खाने से बॉडी की कमजोरी दूर होती है और शरीर को ताकत मिलती है. गुड़ में पोटेशियम नामक एक अन्य पोषक तत्व भी होता है, जो आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है. अगर आप नियमित रूप से गुड़ के पानी का सेवन करते हैं तो आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं.
(डिस्क्लेमर:वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव केवल आपकी जानकारी के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. लेकिन बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)