नई दिल्ली :आज कल की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल के चलते लोगों की जीवनशैली काफी बदल गई है. ऐसे में इसका सीधा असर बच्चों के स्वास्थ्य और उनके दिनचर्या पर पड़ा है. इसी को देखते हुए चीन की सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग और होमवर्क को सीमित करते हुए बच्चों के बाहर खेलने के समय को बढ़ाने वाला कानून लॉन्च किया. एक रिसर्च के मुताबिक, ऑनलाइन गेमिंग और होमवर्क को सीमित करते हुए बच्चों के बाहर खेलने के समय को बढ़ाने वाले चीन के हालिया कानून ने बच्चों में बढ़ते सेडेंटरी लाइफस्टाइल से लड़ने में मदद की है.
दरअसल, माना जाता है कि सेडेंटरी लाइफस्टाइल मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा करता है. ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने खुलासा किया कि चीन की सरकार ने इस आयु वर्ग के लिए ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को प्रतिबंधित करने के लिए कानून पेश किया है, साथ ही स्कूल के शिक्षकों ने होमवर्क को भी कम कर दिया है. इसके साथ ही निजी ट्यूशन को भी कम कर दिया गया है. इन उपायों से गतिहीन जीवन में रोजाना 13.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जो इस शारीरिक रूप से निष्क्रिय मोड में प्रतिदिन बिताए गए 45 मिनट से अधिक के बराबर है.
मोबाइल फोन, हैंडहेल्ड गेम कंसोल, टैबलेट, टेलीविजन और कंप्यूटर से जुड़े गेम कंसोल का उपयोग करने सहित औसत दैनिक स्क्रीन देखने का समय 6.4 प्रतिशत (10 मिनट) कम हो गया. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बिहेवियरल न्यूट्रिशन एंड फिजिकल एक्टिविटी में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि ये उपाय प्रभावी साबित हुए हैं, और यह विश्व स्तर पर बच्चों की शारीरिक और मानसिक भलाई में सुधार लाने के उद्देश्य से भविष्य की नीतियों और उपायों को विकसित करने में मदद कर सकते हैं.