हड्डी एवं जोड़ स्वास्थ्य सभी उम्र के लोगों के लिए आवश्यक है. जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी हड्डियां घनत्व खोती जाती हैं और ज्यादा कमजोर होती जाती हैं, जिससे हमें टूटने और फ्रैक्चर होने का खतरा रहता है. यह विशेष रूप से रजोनिवृत्ति के बाद की महिलाओं के लिए चिंता का विषय है, जिनकी हड्डियों का घनत्व आम तौर पर उनके आयु वर्ग के पुरुषों की तुलना में बहुत अधिक कम होता है.
यूकॉन के कृषि, स्वास्थ्य और प्राकृतिक संसाधन कॉलेज (CAHNR) में पोषण विज्ञान के प्रोफेसर ओक चुन, कई वर्षों से ब्लैककरंट, काली किशमिश पर शोध कर रहे हैं,जिसमें मेनोपॉज के बाद हड्डियों के नुकसान और ऑस्टियोपोरोसिस सहित कई स्थितियों को ठीक करने की इसकी क्षमता की जांच की जा रही है.चुन ने हाल ही में जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल बायोकैमिस्ट्री में हड्डियों के घनत्व में कमी के खिलाफ ब्लैककरंट के सुरक्षात्मक प्रभावों को प्रदर्शित करते हुए अपने निष्कर्ष प्रकाशित किए है.
जिसमें चुन ने बताया कि ब्लैककरंट (काली किशमिश) सप्लीमेंट्सने शोध में शामिल प्रतिभागियों के पूरे शरीर की हड्डियों के मिनरल डेंसिटी को कम होने से रोका. इसके साथ ही उनके आंत के माइक्रोबायोम और प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलाव देखा गया, जो हड्डियों के मेटाबॉलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए परस्पर क्रिया करते हैं.
रिसर्च में हुआ यह खुलासा
इस शोध में उन्होंने पाया कि ब्लैककरंट सप्लीमेंट्स ने इंटरल्यूकिन-1 बीटा और RANKL नामक प्रोटीन के स्तर को कम कर दिया. बता दें, इंटरल्यूकिन-1 बीटा RANKL की अभिव्यक्ति को उत्तेजित करता है जो हड्डियों के पुनर्जीवन का कारण बनता है और इस प्रकार हड्डियों के घनत्व में कमी आती है.
वहीं, ब्लैककरंट सप्लीमेंट लेने से आंत के माइक्रोबायोम में पाए जाने वाले एक बैक्टीरिया में भी वृद्धि हुई जिसे रुमिनोकोकस 2 कहा जाता है. इससे शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि यह उन बैक्टीरिया में से एक हो सकता है जो हड्डियों पर ब्लैककरंट के सुरक्षात्मक प्रभावों को बढ़ावा देता है. ये बैक्टीरिया पॉलीसेकेराइड और फाइबर को तोड़ने में मदद करते हैं. यह हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों को हमारे शरीर के उपयोग के लिए उपलब्ध ऊर्जा में बदलने में एक महत्वपूर्ण कार्य है.
यह अध्ययन रजोनिवृत्ति (Menopause)बाद और शुरुआती चरण की महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिन्हें ऑस्टियोपोरोसिस होने का जोखिम है या है. हालांकि ऑस्टियोपोरोसिस के लिए दवाएं मौजूद हैं, लेकिन साइड इफ़ेक्ट के कारण अनुपालन कम है. अगर ब्लैककरंट सप्लीमेंट बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के हड्डियों के घनत्व को बेहतर बना सकते हैं, तो यह इस आबादी के लिए एक प्रभावी विकल्प साबित हो सकता है. नोसल का कहना है कि यह अध्ययन दिखाता है कि ब्लैककरंट रजोनिवृत्ति के बाद ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करने के लिए एक संभावित आहार रणनीति हो सकती है.
ब्लैककरंट क्या होता है और कैसा दिखता है?
ब्लैककरंट को काली किशमिश कहते है. यह छोटे जामुन जैसे होते हैं जो मध्यम आकार के झाड़ीनुमा पौधों पर उगते हैं. यह काली किशमिश आम तौर पर रंग के आधार पर चार अलग-अलग किस्मों के होते हैं काला, सफेद, लाल और गुलाबी. इसमें विटामिन सी, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, साथ ही अन्य पोषक तत्व भी पाये जाते है. काली किशमिश सबसे ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट वैल्यू वाले फलों में से हैं.
स्वाद कैसा होता है
काली किशमिश की किस्मों के अनुसार उनके स्वाद अलग-अलग होते हैं. काले रंग के फल में तीखा स्वाद होता है, जबकि लाल रंग में समान रूप से तीखा और मीठा होता है. सफेद करंट का स्वाद ज्यादा सॉफ्ट होता है और यह चारों में सबसे मीठा होता है. गुलाबी करंट दुर्लभ हैं इसका स्वाद प्रोफाइल लाल करंट और सफेद करंट के बीच कहीं होता है, ठीक इसके रंग की तरह. उनके अलग-अलग स्वाद अलग-अलग तरह के करंट को जैम और जेली से लेकर मांस तक कई तरह के व्यंजनों के लिए उपयुक्त माना जाता हैं. इसके अलावा, करंट की उपयोगिता सिर्फ पाक-कला के इस्तेमाल से कहीं ज्यादा है.
काले किशमिश में सफेद या लाल किशमिश की तुलना में अधिक विटामिन सी और ए होता है. वहीं, सफेद या लाल किशमिश में काले किशमिश की तुलना में अधिक फाइबर होता है और इसमें कम कैलोरी होती है. हालांकि, उनके पोषण संबंधी प्रोफाइल बहुत अलग नहीं हैं. नतीजतन, वे समान स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं.
किशमिश के स्वास्थ्य लाभ
काली किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व इसे काफी अनमोल बनाती है. इसके अलावा इसके और भी कई गुण है जैसे कि, यह फल सूजनरोधी, एंटीसेप्टिक, रोगाणुरोधी, फाइबर (घुलनशील और अघुलनशील दोनों) से भरपूर, लगभग वसा रहित और आपकी दृष्टि के लिए बहुत अच्छे होते हैं.
यहां काली किशमिश के कुछ महत्वपूर्ण लाभ दिए गए हैं
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
किशमिश सबसे अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट वाले खाद्य पदार्थों में से एक है. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ मुक्त कणों के हानिकारक प्रभावों को सीमित करके आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं और वायरस और संक्रमण से अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने में मदद करते हैं. इस प्रकार, वे विभिन्न पुरानी बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं. ब्लैक करंट में मौजूद फेनोलिक और एंथोसायनिन तत्व मुख्य रूप से उनके एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जिम्मेदार होते हैं.