दिल्ली

delhi

ETV Bharat / business

नॉन वेज नहीं खाने वालों के लिए जौमटो ने शुरू की अलग से डिलीवरी, विरोध होने पर कंपनी ने दी सफाई

Zomato- जोमैटो ने विशेष रूप से 'प्योर वेजीटेरियन' रेस्तरां से ऑर्डर देने के उद्देश्य से एक समर्पित फ्लीट की घोषणा की. इसके बाद जोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल को लोगों का काफी तीखा रिएक्शन झेलना पड़ा है. अब इसपर दीपिंदर गोयल ने स्पष्टीकरण जारी किया है. पढ़ें पूरी खबर...

Zomato
जोमैटो

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 20, 2024, 10:18 AM IST

Updated : Mar 20, 2024, 11:58 AM IST

नई दिल्ली:फूड डिलीवरी जौमटो ने अपने प्योर वेज फ्लीट के डिलीवरी पर्सन के लिए रेड के जगह ग्रीन यूनिफॉर्म का फैसला वापस ले लिया है, आपको बता दें कि अनाउंसमेंट के एक दिन के अंदर ही फैसले को वापस ले लिया गया है. जौमटो ने हाल ही में वेज खाने वालों के लिए प्योर वेज सर्विस शुरू की थी, जिसके तहत वेज लोगों को प्योर वेज रेस्ट्रा से खाना डिलीवरी किया जाएगा. साथ ही एक डिलीवरी पर्सनम की ब्रांच बनेगी जिसे प्योर वेज फ्लीट नाम दिया जाएगा. इस बात की जानकारी कंपनी के सीईओ ने एक्स पर पोस्ट कर के दी थी.

इस खबर के सोशल मीडिया पर कंपनी को काफी तीखी बाते सुननी पड़ी, जिसके बाद जौमटो ने इस फैसले को वापस लेने की बात कही है. दीपिंदर गोयल ने इस फैसले को वापस लेने की बात कही. इसको लेकर दीपिंदर गोयल ने एक्स पर पोस्ट भी किया है. पोस्ट में कहा कि हम शाकाहारियों के लिए एक फ्लीट जारी रखने जा रहे है, लेकिन ग्रीन यूनिफॉर्म को हटाने का फैसला किया है.

पोस्ट में क्या लिखा?
कंपनी के नए 'प्योर वेजीटेरियन फ्लीट' को लेकर सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध के बीच जोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने स्पष्टीकरण जारी किया है. सीईओ दीपिंदर गोयल एक्स पर लिखा कि हालांकि हम शाकाहारियों के लिए एक फ्लीट जारी रखेंगे, हमने हरे रंग का यूज करके जमीन पर इस फ्लीट के ऑन-ग्राउंड अलगाव को हटाने का फैसला किया है. आगे कहा कि हमारे सभी डिलीवरी, हमारे फ्लीट और वेज के लिए हमारे फ्लीट, दोनों ही रेड पहनेंगे.

आपको बता दें कि यह जोमैटो द्वारा विशेष रूप से 'प्योर वेजीटेरियन' रेस्तरां से ऑर्डर देने के उद्देश्य से एक समर्पित बेड़े की घोषणा के बाद आया है और कहा गया है कि ये डिलीवरी विशिष्ट हरे बक्से में की जाएगी.

ऐलान के बाद अब क्या बदलेगा?
दीपिंदर गोयल ने कहा कि इसका मतलब है कि शाकाहारी ऑर्डर के लिए बने बेड़े को जमीन पर पहचाना नहीं जा सकेगा (लेकिन ऐप पर दिखाया जाएगा कि आपके शाकाहारी ऑर्डर केवल शाकाहारी बेड़े द्वारा परोसे जाएंगे).

दीपिंदर गोयल के मुताबिक क्यों लिया गया फैसला?
एक कारण के रूप में डिलीवरी पार्टनर्स की सुरक्षा का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि परिवर्तन यह सुनिश्चित करेगा कि हमारे लाल वर्दी वाले डिलीवरी पार्टनर गलत तरीके से नॉन-वेज भोजन से जुड़े नहीं हैं, और किसी विशेष दिन के दौरान किसी भी आरडब्ल्यूए या सोसायटी द्वारा ब्लॉक नहीं किए गए हैं... हमारे राइडर की शारीरिक सुरक्षा है हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.

सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया पर दीपिंदर गोयल ने क्या कहा?
जोमैटो के सीईओ ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि अब हमें एहसास हुआ है कि हमारे कुछ ग्राहक भी अपने मकान मालिकों से परेशानी में पड़ सकते हैं और अगर हमारी वजह से ऐसा हुआ तो यह अच्छा नहीं होगा.

उन्होंने कंपनी के कदम पर अपने विचारों के लिए सोशल मीडिया यूजर को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी का प्यार, और सभी रिएक्शन बहुत उपयोगी थे और हमें इससे मदद मिली. हम अनावश्यक अहंकार या अभिमान के बिना हमेशा सुनते रहते हैं.

क्या है मामला?
जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने 'प्योर वेज मोड' की शुरुआत पर एक अपडेट में कहा कि नियमित बेड़े और शाकाहारी बेड़े में अंतर नहीं किया जाएगा. उन्होंने पहले पुष्टि की थी कि शुद्ध शाकाहारी फ्लीट जो 100 फीसदी शाकाहारी भोजन का पालन करने वाले ग्राहकों को सेवा प्रदान करेगा, मानक लाल डिलीवरी बॉक्स के बजाय हरे डिलीवरी बॉक्स का उपयोग करेगा. हालांकि, उनकी 'शुद्ध शाकाहारी बेड़ा' घोषणा की कड़ी आलोचना हुई. गोयल ने अपने लेटेस्ट अपडेट में कहा है कि ऑन-ग्राउंड फ्लीट का कोई अलगाव नहीं होगा और हर कोई मानक लाल रंग पहनेगा.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : Mar 20, 2024, 11:58 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details