बेमेतरा:विश्व बांस दिवस 2024 के मौके पर बेमेतरा शहर के कठिया में विश्व के सबसे बड़े बांस से बने ऊंचे टावर का लोकार्पण केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया. यह लोकार्पण वर्चुअल तरीके से किया गया.
11 लाख की लागत से बना बांस टावर:बेमेतरा में भव्य सृष्टि उद्योग ग्राम कठिया की ओर से विश्व के सबसे बड़े बांस टावर का निर्माण किया गया है. इस टावर का बुधवार को विश्व बांस दिवस के मौके पर लोकार्पण किया है. एफिल टावर की तर्ज पर बने इस टावर की ऊंचाई 140 फीट है, जिसका वजन करीब 7400 किलोग्राम है. इसको बनाने में करीब 11 लाख रुपये की लागत आई है.
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में बांस टावर शामिल : भव्य सृष्टि उद्योग के फाउंडर और बांस प्रौद्योगिकी से जुड़े गणेश वर्मा ने दुनिया का सबसे ऊंचा बांस का टावर तैयार किया. यह टावर 140 फीट ऊंचा है. इसकी डिजाइन पेरिस के एफिल टावर जैसी है. इस टावर को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है.
स्टील का बेहतर विकल्प बांस: गणेश वर्मा के भव्य सृष्टि उद्योग को बांस के क्षेत्र में 15 पेटेंट मिल चुके हैं. यह भारत में बांस नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है. इस बारे में गणेश वर्मा ने बताया कि, "यह बैम्बू टावर वैक्यूम प्रेशर इम्प्रेग्नेशन से उपचारित और हाई-डेंसिटी पॉलीएथिलीन कोटेड बांस से बना है, जिसे बाहु-बल्ली भी कहा जाता है. इसका जीवनकाल 25 वर्षों से अधिक है. हल्का होने के कारण इसे आसानी से दूसरे जगह ट्रांसफर किया जा सकता है."
"यह टावर पर्यावरण के अनुकूल विकल्प के रूप में हाईटेंशन बिजली सप्लाई टावर, दूरसंचार टावर, हाई मास्ट लाइट पोल्स और वॉच टावरों के लिए एक बेहतर उदाहरण है. दुनिया की पहली बांस क्रैश बैरियर के बाद यह बैम्बू टावर एक अद्भुत नवाचार है. यह स्टील की जगह बांस के उपयोग की संभावनाओं को और भी व्यापक करता है.: गणेश वर्मा, किसान