पटनाः बिहार का बेगूसराय दुनिया का सबसे प्रदूषित शहरी क्षेत्र बनकर उभरा है. स्विस संगठन IQ Air की रिपोर्ट में 118.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की औसत पीएम 2.5 सांद्रता के साथ बेगूसराय सबसे दूषित नगर में शामिल किया गया है. जबकि पिछले साल 2022 में ये इस सूची में शामिल नहीं था. बेगूसराय के अलावा सहरसा, सिवान और कटिहार भी 10 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं. वहीं इस रिपोर्ट में दिल्ली को एक बार फिर सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाली राजधानी बताया गया है.
दुनिया के 7,812 स्थानों की सूची में बेगूसरायःइस रिपोर्ट के लिए दुनिया भर के वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों और सेंसर के एक व्यापक नेटवर्क से डेटा लिया जाता है. जिसमें कई संगठन, संस्थान और वैज्ञानिक शामिल होते हैं. 2023 की रिपोर्ट में 134 देशों में 7, 812 स्थानों को शामिल किया गया है, जबकि 2022 में 131 देशों के 7,323 स्थानों को शामिल किया गया था. रिपोर्ट में 134 देशों की लिस्ट में बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद वायु प्रदूषण के स्तर में भारत तीसरे स्थान पर है, हालांकि 2022 में भारत वायु प्रदूषण के मामले में पूरी दुनिया में आठवें स्थान पर था.
वायु प्रदूषण के कारण हर साल 70 लाख मौतः दिलचस्प बात ये है कि दुनिया के सबसे खराब वायु प्रदूषण वाले 100 शहरों में से एक को छोड़कर सभी शहर एशिया के हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक वायु प्रदूषण के कारण हर साल 70 लाख लोगों की अचानक मौत हो जाती है, इससे कैंसर, मधुमेह, अस्थमा, फेफड़ों की बीमारी और स्ट्रोक जैसी परेशानी लोगों को होती है. प्रदूषण के हाई लेवल PM2.5 के संपर्क में आने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है.
"AQI का लेवल अगर 200 से अधिक होना खराब स्थिति का संकेत माना जाता है. ऐसे में हृदय रोग संबंधित बीमारी या लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती हैं, सूचकांक खराब स्थिति में यह और भी बढ़ सकती हैं. खासकर अस्थमा के मरीजों को खुद को बचाने की जरूरत है. अगर एक्यूआई 300 के ऊपर चला गया तो यह खराब स्थिति का सूचक है.'' - डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक