नई दिल्ली: बांग्लादेश में फैली अशांति से वहां रह रहे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने मंगलवार को केंद्र सरकार से बांग्लादेश में जारी अशांति के बीच अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का आग्रह किया. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता प्रकट की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकानें, कार्यालय, महिलाएं, बच्चें और यहां तक की उनके विश्वास के केंद्र मंदिर और गुरुद्वारे भी सुरक्षित नहीं हैं. विहिप नेता ने कहा कि, वहां उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों की हालत बद से बदतर होती जा रही है.
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक असुरक्षित, बोले वीएचपी नेता
बांग्लादेश की वर्तमान परिस्थितियों का जिक्र करते हुए वीएचपी के नेता ने आलोक कुमार ने कहा कि, ऐसी चिंताजनक स्थिति में विश्व समुदाय की जिम्मेदारी है कि, वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कार्रवाई करे. उन्होंने आगे कहा कि, भारत इस स्थिति से आंखे मूंद नहीं सकता है. आलोक कुमार ने कहा कि, भारत ने पारंपरिक रूप से दुनिया भर में उत्पीड़ित समुदायों की मदद की है. विश्व हिंदू परिषद भारत सरकार से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का आग्रह करती है.
"बांग्लादेश का पूरा समाज एक मित्र"
प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करत हुए विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि,"हमारा पड़ोसी बांग्लादेश एक अजीब अनिश्चितता, हिंसा और अराजकता में फंसा हुआ है. हसीना सरकार के इस्तीफे और उनके देश छोड़ने के बाद अंतरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है." उन्होंने आगे कहा कि, संकट की इस घड़ी में भारत मजबूती के साथ खड़ा है. आलोक ने कहा, "बांग्लादेश का पूरा समाज एक मित्र के रूप में है."
"हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय असुरक्षित"
उन्होंने आगे बताया कि हाल के दिनों में बांग्लादेश में हिंदुओं, सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों में भी तोड़फोड़ की गई है. कल रात तक अकेले पंचगढ़ जिले में 22 घर, झेनाइदाह में 20 घर और जेसोर में 22 दुकानें कट्टरपंथियों का निशाना बन गईं और कई जिलों में तो श्मशान घाटों में भी तोड़फोड़ की गई. उन्होंने कहा कि मंदिरों और गुरुद्वारों में भी तोड़फोड़ की गई है.