देहरादून: उत्तराखंड में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की टीम ने छापेमारी के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से कई सवाल किये. दरअसल ED की टीम एक दो नहीं बल्कि ऐसे कई सवालों के जवाब चाहती थी जो कि हरक सिंह रावत से सीधे ताल्लुक रखते थे. हरक सिंह रावत की सहसपुर स्थित जमीन से लेकर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हुए अवैध कामों के बारे में ईडी की टीम ने उनसे सवाल किये. सुबह 7 बजे घर में अचानक आ धमकी ईडी टीम हरक सिंह रावत से उनके आय के स्रोत के बारे में भी जानकारी चाहती थी.
घर से मिला 3 लाख कैश: पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के घर पर जब सुबह ED की टीम पहुंची तो घर में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया. अभी हरक सिंह रावत सो कर उठे ही थे कि टीम में मौजूद करीब 6 से 7 लोगों ने हरक सिंह रावत को घेर लिया. ईडी की टीम ने घर की तलाशी लेनी शुरू की. तलाशी में हरक सिंह रावत के घर से करीब 3 लाख 50 हज़ार रुपए कैश बरामद हुआ. यह पैसा हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति की आलमारी से मिला. इसके अलावा हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ति के पास करीब ₹40,000 कैश मिले. हरक सिंह रावत ने कैश मिले इन रुपयों की जानकारी ED को दी.
हरक सिंह की संपत्ति के बारे में ईडी ने जुटाई जानकारी:इसके बाद हरक सिंह रावत से पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया. सबसे पहले हरक सिंह रावत की कुल संपत्ति की जानकारी ED की टीम ने मांगी. इसके बाद हरक सिंह से उनकी सहसपुर स्थित जमीन के बारे में पूछा गया. इसकी खरीद को लेकर कुछ क्रॉस क्वेश्चन भी किए गए. ईडी की टीम ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हुए अवैध कार्यों को लेकर भी जानकारी हरक सिंह रावत से ली. साथ ही इसमें हरक सिंह रावत की भूमिका के बारे में जानकारी जुटाई.
लॉकर की चाबी और दस्तावेज साथ ले गई ई़डी:हरक सिंह रावत ने कहा जो भूमिका उस दौरान मुख्यमंत्री की थी, वही भूमिका उनकी भी थी. वह इन योजनाओं को स्वीकृत करने के प्रयास तक ही सीमित थे. हरक सिंह रावत के घर पहुंची ED की टीम ने अब हरक सिंह रावत से उनके आय के स्रोत पूछे. टीम ने छानबीन करने के बाद कई दस्तावेज भी खंगाले. इसके बाद रात करीब 10 बजे सहसपुर की जमीन के दस्तावेज, एक लॉकर की चाबी और उनकी बहू के NGO के कागज ईडी अपने साथ लेकर गई.