नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बताया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कनाडा क्यों चाहिए? जस्टिन ट्रूडो ने बताया कि ट्रंप कनाडा पर कब्जा करने के बारे में मजाक नहीं कर रहे हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक महत्वपूर्ण खनिज के वजह से ट्रंप कनाडा पर कब्जा करना चाहते है.
कनाडा मॉडर्न टेक्नोलॉजी के लिए आवश्यक लगभग तीन दर्जन महत्वपूर्ण खनिजों से समृद्ध है और निकल, पोटाश, एल्युमीनियम और यूरेनियम सहित 60 से अधिक खनिजों और धातुओं का उत्पादन करता है.
देश भर में भंडार फैले हुए हैं, जिसका भूभाग पूरे यूरोप जितना बड़ा है और रूस के बाद दूसरे स्थान पर है. कनाडा का सबसे अधिक आबादी वाला प्रांत ओंटारियो निकल, क्रोमाइट और तांबे से समृद्ध है. क्यूबेक में लिथियम पृथ्वी के दुर्लभ धातुएं और ग्रेफाइट हैं. ब्रिटिश कोलंबिया में तांबा, मोलिब्डेनम और नियोबियम है. प्रेयरी प्रांतों - सस्केचेवान और मैनिटोबा में अल्ट्रा हाई-ग्रेड यूरेनियम और पोटाश है. इस सामग्री का अधिकांश हिस्सा अमेरिका में जाता है, जो 2023 में कनाडा के महत्वपूर्ण खनिजों का सबसे बड़ा खरीदार था.
नवंबर में अपने चुनाव के बाद से ट्रंप ने बार-बार कहा है कि कनाडा 51वां राज्य बनकर टैरिफ से बच सकता है. जनवरी में कच्चे माल पर अपने शुरुआती टैरिफ खतरों को कम करने का उनका कदम अधिकांश अन्य कनाडाई सामानों की तरह 25 फीसदी के बजाय आयात पर 10 फीसदी का आह्वान करना - देश की अपने उत्तरी पड़ोसी के संसाधनों पर निर्भरता को दिखाता है.
अमेरिका की यूरेनियम की लगभग एक-चौथाई जरूरतें सस्केचवान में स्थित विशाल खदानों से पूरी होती हैं, जिनका स्वामित्व कैमेको कॉर्प जैसी कंपनियों के पास है. अमेरिका में 80 फीसदी से अधिक पोटाश कनाडा से आता है, जिसमें न्यूट्रियन लिमिटेड भी शामिल है। तथा अमेरिका में लगभग 70 फीसदी एल्युमीनियम की आपूर्ति क्यूबेक और ब्रिटिश कोलंबिया के प्लांट से होती है.