लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में जो उथल-पुथल चल रही है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को स्पष्ट संकेत दे दिए गए हैं. संदेश बहुत सख्त है. उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व पर फिलहाल किसी तरह का कोई खतरा नहीं है.
केशव प्रसाद मौर्य की जो भी मांग है, वह पूरी नहीं की जा रही है. इस संवेदनशील समय में जो भी सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं उनको आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा. वे इस बात के लिए तैयार रहें कि भारतीय जनता पार्टी अब उनके लिए कुछ बहुत अच्छा नहीं करने वाली है. फिलहाल उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की राजनीति स्टे पर है, जो जहां है वहीं रहेगा. आने वाले समय में बड़ा फैसला होगा.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और केशव प्रसाद मौर्य से मिलने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस जानकारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और और गृहमंत्री अमित शाह को दे दी है. मोदी और गृहमंत्री शाह के बीच भी एक बैठक हो चुकी है. इसके बाद में उत्तर प्रदेश के लिए यह संदेश दोनों नेताओं को दे दिया गया है कि प्रदेश में फिलहाल ना तो संगठन में कोई बड़ा बदलाव होगा और न ही सरकार में. यह बात अलग है कि प्रशासनिक स्तर पर जिन व्यवस्थाओं की शिकायत है उनको सुधारा जाएगा. यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही सरकार चलती रहेगी.
केशव मौर्य को संगठन में फिलहाल कोई पद नहीं मिलेगा. केशव मौर्य फिलहाल उप मुख्यमंत्री बने रहेंगे. उनको अधिक बोलने पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने वाले नेताओं के खिलाफ भी भविष्य में कड़े एक्शन लिए जाएंगे. फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं होगी. फिलहाल उपचुनाव तक भूपेंद्र चौधरी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे. उनके स्तर पर भी कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.