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देवप्रयाग के इस परिवार से 2 महीने में देश के लिए शहीद हो गए 2 भाई, गर्व कराने के साथ रुला देगी इनकी कहानी - Two brothers martyred for country

Two brothers of Uttarakhand martyred जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में देश ने 5 जवान खोए हैं. शहीद होने वाले पांचों जवान उत्तराखंड के निवासी थे. उत्तराखंड का एक ऐसा परिवार है जिसके दो बेटे दो महीने के अंदर देश के लिए शहीद हो गए हैं. टिहरी के देवप्रयाग निवासी आदर्श नेगी सोमवार को हुए कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए हैं. दो महीने पहले उनके भाई मेजर प्रणय नेगी भी देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दे चुके हैं. दो महीने में दो-दो जवानों बेटों की शहादत से परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है.

Two brothers of Uttarakhand martyred
देश के लिए शहीद हुए दो भाई (Photo- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 10, 2024, 8:59 AM IST

Updated : Jul 10, 2024, 9:23 AM IST

टिहरी:दो महीने और दो बेटों की शहादत. उत्तराखंड के टिहरी की ये सच्ची कहानी रुला देगी. जम्मू-कश्मीर में सेना के काफिले पर हुए आतंकवादियों के हमले में उत्तराखंड के 5 बेटे शहीद हुए हैं. इनमें से एक परिवार टिहरी जिले के देवप्रयाग का रहने वाला है. इस परिवार की महानता के चर्चे पूरे क्षेत्र में हो रहे हैं. इस परिवार ने दो महीने के अंदर ही देश पर अपने 2 जवान बेटे कुर्बान कर दिए हैं.

उत्तराखंड के पांच लाल जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना पर हुए आतंकवादियों के कायराना हमले के शिकार हो गए. पांचों जवानों के घर पर जब यह संदेश पहुंचा कि उनके परिवारों के चिराग देश सेवा में शहीद हो गए हैं, तो घर में मातम पसर गया. पूरे उत्तराखंड में इन बलिदान का शोक मनाया गया. सोमवार को दोपहर में कठुआ में सेना के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इन शहीद जवानों में एक जवान ऐसा भी है, जिसके परिवार ने पिछले दो महीने में देश के लिए दूसरा बेटा न्योछावर किया है.

राइफलमैन आदर्श नेगी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए (Photo- ETV Bharat)

हम जिस परिवार की चर्चा कर रहे हैं, वह टिहरी जिले के देवप्रयाग में स्थित कीर्तिनगर के थाती (डागर) गांव के रहने वाले हैं. राइफलमैन आदर्श नेगी ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं. आदर्श नेगी के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके गांव तक पहुंची, पूरे गांव में शोक की लहर छा गई. न सिर्फ शहीद का परिवार बल्कि पूरा गांव ही शहादत पर शोक मना रहा है. 26 साल के शहीद जवान आदर्श नेगी की अभी शादी भी नहीं हुई थी. इतनी कम उम्र में ही उन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी.

परिवार के दूसरे बेटे की शहादत:पिछले दो महीने में आदर्श नेगी के परिवार में दूसरी बार दुखों का पहाड़ टूटा है. इससे पहले भी यह परिवार अपना एक बेटा देश के लिए न्योछावर कर चुका है. दो महीने पहले ही आदर्श नेगी के ताऊ के बेटे ने भी अपने प्राण देश के लिए न्योछावर किए थे. भारतीय सेना में मेजर की पोस्ट पर तैनात रहे प्रणय नेगी भी देश के लिए शहीद हुए थे. दूसरे बेटे शहीद आदर्श नेगी की शहादत की खबर मिलते ही पूरा परिवार सुध-बुध खो बैठा है. 2018 में आदर्श गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए. 6 साल देश की सुरक्षा की ओर देश की सेवा करते करते हुए शहीद हो गए.

मेजर प्रणय नेगी 2 महीने पहले शहीद हुए थे (Photo- ETV Bharat)

परिवार में दो भाई और एक बहन थे:शहीद राइफलमैन आदर्श नेगी अपने पीछे अपने पिता दलबीर सिंह नेगी, अपनी माता, एक भाई और एक बड़ी बहन को छोड़ गए हैं. उनका भाई वर्तमान में चेन्नई में जॉब करता है. बड़ी बहन की शादी हो चुकी है. शहीद के पिता गांव में किसान हैं. आदर्श इसी साल गांव आए थे.

कठुआ में सेना पर हमला:सोमवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारतीय सेना के काफिले पर आतंकियों ने सोची समझी साजिश के तहत हमला कर दिया था. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए हैं. हमले में 5 जवान घायल हैं, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए पंजाब के पठानकोट में सैनिक हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. पहाड़ के ऊपर से सेना के ट्रक पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था. इसके बाद हाई टेक मशीनगन से लगातार फायरिंग की गई थी. घायल जवानों को पहले कठुआ के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में पहुंचाया गया था, जहां से उन्हें पठानकोट भेजा गया था.
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Last Updated : Jul 10, 2024, 9:23 AM IST

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