देहरादून: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर लड्डू विवाद में उत्तराखंड का कनेक्शन सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि जिस मिलावटी घी से तिरुपति मंदिर का प्रसाद यानी लड्डू बनाए जा रहे थे, वो उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से ही सप्लाई हो रहा था. इन आरोपों में कितनी हकीकत है, ईटीवी भारत ने भी इसका पता लगाने की कोशिश की है.
तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावटी घी का मामला सामने के बाद उत्तराखंड में भी घी के सैंपल लिये गये. साथ ही खाद्य पदार्थों की जांच की जा रही है. वहीं, दो दिन पहले खाद्य विभाग की टीम को जानकारी मिली कि हरिद्वार जिले के भगवानपुर क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री से भी तिरुपति मंदिर में घी सप्लाई किया गया था. इसके बाद 6 अक्टूबर को खाद्य सुरक्षा विभाग टीम भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड पहुंची. जिसके बाद वहां छापेमारी की गई.
दो महीने बंद पड़ा है प्लांट!: खाद्य सुरक्षा विभाग ने मौके पर जांच पड़ताल कर पाया कि उस जगह पर बीते दो महीने से कोई घी ही नहीं बना है. इसके अलावा फैक्ट्री में कोई अधिकारी भी नहीं था, जिससे टीम कुछ पूछताछ कर पाती. हालांकि टीम को वहां से घी के खाली रैपर जरूर मिले हैं. साथ ही ये बात भी सामने आई है कि वहां पर घी की कोई मैन्युफैक्चरिंग नहीं हो रही थी. आखिर क्यों दो महीने से फैक्ट्री में घी नहीं बनाया जा रहा था, ये सवाल अभी भी अबूझ है.
फैक्ट्री प्रबंधन से मांगा गया रिकॉर्ड:टीम में जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी महिमानंद जोशी और भगवानपुर क्षेत्र के खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी दिलीप जैन के साथ अन्य कर्मचारी भी फैक्ट्री में पहुंचे थे. दिलीप जैन ने बताया उन्होंने फैक्ट्री के प्रबंधन से दो साल के रिकॉर्ड मांगे हैं. यह रिकॉर्ड इसलिए मांगे हैं, ताकि पुष्टि हो सके कि उनके यहां बना घी किस-किस राज्य में सप्लाई किया गया है.इसके बाद ही पता लग पाएगा कि भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड का घी तिरुपति मंदिर भेजा गया था या नहीं. उसके बाद ही वे सेंट्रल DO डिपार्टमेंट और एफएसआई को रिपोर्ट करेंगे.
फैक्ट्री प्रबंधन ने विभाग को अभी तक नहीं दिया कोई जवाब: दिलीप जैन ने बताया उन्हें केंद्रीय डिपार्टमेंट की तरफ से लेटर मिला था, जिसके बाद ही वो भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड में पहुंचे. दिलीप जैन के मुताबिक जब उनकी टीम फैक्ट्री में पहुंची तो उन्हें वहां कोई नहीं मिला. हालांकि विभाग के अधिकारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन के कई लोगों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी बात करने को तैयार नहीं था. बाद में फैक्ट्री के मैनेजर ने सात अक्टूबर शाम को तमाम रिपोर्ट के साथ खाद्य सुरक्षा विभाग के कार्यालय में आने की बात कही थी.
ईटीवी भारत ने सात अक्टूबर शाम पांच बजे के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी दिलीप जैन से बात की. जिसमें आगे की कार्रवाई के बारे में जाना. दिलीप जैन ने ईटीवी भारत को बताया कि भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से अभी तक कोई भी पत्राचार नहीं हुआ है. अब उनकी टीम इस मामले की आगे की कार्रवाई करेगी. ये मामला बेहद गंभीर है, लिहाजा वो जल्द ही अपनी रिपोर्ट आगे भेजेंगे. दिलीप जैन ने बताया वो अपनी रिपोर्ट में इस कंपनी का लाइसेंस रद्द करने और अन्य कार्रवाई के बारे में लिखेंगे. उन्होंने कहा कंपनी ने मांगने के बाद भी कोई पेपर उपलब्ध नहीं करवाए हैं.