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देहरादून में रामोजी राव को दी गई श्रद्धांजलि, ईटीवी भारत ऑफिस में जुटे दिग्गज - Tribute to Ramoji Rao

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 20, 2024, 4:03 PM IST

Updated : Jun 20, 2024, 7:47 PM IST

Tribute to Ramoji Rao, Ramoji Rao tribute meeting in Dehradun देशभर में रामोजी राव को श्रद्धांजलि दी जा रही है. आज देहरादून में भी रामोजी ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसमें कई गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया.

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देहरादून में रामोजी राव को दी गई श्रद्धांजलि (Etv Bharat)

देहरादून में रामोजी राव को दी गई श्रद्धांजलि (ईटीवी भारत)

देहरादून(उत्तराखंड): रामोजी ग्रुप के चेयरमैन और पद्मविभूषण से सम्मानित रामोजी राव के निधन के बाद देशभर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को देहरादून स्थिति ईटीवी भारत ऑफिस में स्वर्गीय रामोजी राव की याद में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. श्रद्धांजलि सभा में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, वन विभाग के मुखिया धनंजय मोहन, सचिव एवं सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी, सूचना संयुक्त निदेशक रवि बिजरानिया, ईटीवी भारत उत्तराखंड ब्यूरो चीफ किरनकांत शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार गोविंद कपटियाल समेत ईटीवी भारत उत्तराखंड के सभी साथी मौजूद रहे.

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने दी श्रद्धांजलि (फोटो सोर्स ईटीवी भारत)

बता दें बीती 8 जून को रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव का हैदराबाद में निधन हो गया था. रामोजी राव को सांस लेने में दिक्कत होने के चलते 5 जून को हैदराबाद के एक हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां तीन दिन बाद, उपचार के दौरान रामोजी राव का निधन हो गया. रामोजी राव के निधन के बाद रामोजी परिवार में शोक की लहर है. देहरादून में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान ईटीवी के साथ काम कर चुके लोगों ने अपने अनुभव को साझा किये. साथ ही रामोजी राव के विजन पर भी विस्तार से चर्चा की गई.

सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दी श्रद्धांजलि (फोटो सोर्स ईटीवी भारत)

1974 में मीडिया इंजस्ट्री में रखा कदम :1974 में रामोजी राव ने मीडिया इंडस्ट्री में कदम बढ़ाया. वही सर्वाधिक प्रसार संख्या वाला ईनाडु आज लोकप्रिय है. आज तेलुगु पाठकों के दैनिक जीवन का हिस्सा बन गई है. असंख्य तेलुगु पाठकों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि ईनाडु को जिसने ढाला है, वह सर्वोत्कृष्ट है.

ईटीवी भारत उत्तराखंड के ब्यूरो चीफ ने रामोजी को किया याद (फोटो सोर्स ईटीवी भारत)

यही कारण है कि 1976 की पहली छमाही में जो सर्कुलेशन 48,339 प्रतियां था, चरण दर चरण वृद्धि हुई है. और उस स्तर पर पहुंच गया है जहां 2011 की पहली छमाही में कोई नहीं पहुंच पाया. हालांकि कई लोगों को संदेह था कि कोरोना के दौरान अखबारों का काम खत्म हो गया है...इनाडु ने उन सभी अटकलों को खत्म कर दिया है. यहां तक ​​कि ईनाडु 23 केंद्रों में छपता है और सबसे अधिक प्रसार वाले तेलुगु दैनिक के रूप में प्रकाशित होता है.

देहरादून में रामोजी राव को दी गई श्रद्धांजलि (फोटो सोर्स ईटीवी भारत)

2003 में ETV-2 न्यूज़ चैनल लॉन्च किया :अगस्त 2001 में ईटीवी ने उर्दू में प्रसारण शुरू किया. जनवरी 2002 में रामोजी राव ने एक ही दिन में छह चैनल शुरू करके मीडिया इतिहास में एक और सनसनी पैदा कर दी. ईटीवी एक बड़ा नेटवर्क बन गया है जो क्षेत्रीय भाषा के चैनलों के साथ लोगों तक पहुंचता है. ईटीवी जो एक मनोरंजक तेलुगु ड्रामा था उसे रामोजी राव ने सूचना क्रांति में बदलने का फैसला किया. तेलुगु धरती पर जानकारी फैलाने के लिए दिसंबर 2003 में ETV-2 न्यूज़ चैनल लॉन्च किया गया था.

मीडिया के दिग्गजों ने भी दी श्रद्धांजलि (फोटो सोर्स ईटीवी भारत)

2018 में शुरू किया ईटीवी भारत:रामोजी राव ने दर्शकों की पसंद के अनुसार समय-समय पर ईटीवी नेटवर्क का विस्तार किया. ईटीवी प्लस, ईटीवी सिनेमा, ईटीवी अभिरुचि और ईटीवी आध्यात्मिक चैनल....विभिन्न कार्यक्रमों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे हैं. रामोजी राव, जो भविष्य को पहले से भांप सकते थे. इसलिए उन्होंने 2018 में ईटीवी भारत लॉन्च किया. ईटीवी भारत डिडिटल की दुनिया में एक क्रांति थी. इसके बाद उन्होंने ईटीवी बाल भारत शुरू किया. जिसमें 4 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को शामिल करने के लिए 12 भाषाओं में कार्टून कार्यक्रम पेश किए जा रहे हैं.

ओटीटी में भी काम कर रहा रामोजी ग्रुप:ईटीवी ने ओटीटी प्लेटफॉर्म में प्रवेश किया है जो भविष्य के मनोरंजन पर राज करेगा. ईटीवी नेटवर्क के सभी कार्यक्रमों के साथ... रोमांचक वेब श्रृंखला, अतीत के सभी फिल्मी सितारों को ईटीवी विन ओटीटी ऐप के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है.

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Last Updated : Jun 20, 2024, 7:47 PM IST

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