आगरा :मोहब्बत की निशानी ताजमहल एक बार फिर चर्चा में है. ताजमहल या तेजोमहालय का मामला फिर उठा है. योगी यूथ बिग्रेड की ओर से महाशिवरात्रि के अवसर पर ताजमहल में शिवरात्रि पर गंगाजल चढ़ाने के साथ ही जलाभिषेक की मांग को लेकर सोमवार दोपहर सिविल जज सीनियर डिवीजन न्यायालय में एक वाद दायर किया गया है. इसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है. वाद में लिखा है कि, ताजमहल एक शिव मंदिर है, जिसका नाम तेजोमहालय शिव मंदिर है. इसलिए महाशिवरात्रि पर एएसआई उन्हें ताजमहल में जलाभिषेक करने की अनुमति दे. इधर, अधिवक्ता सुनील शर्मा की मौत के बाद अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते ताजमहल में उर्स के मामले में सुनवाई नहीं हो सकी.
बतों दें कि बीते माह में शहंशाह शाहजहां के उर्स के दौरान भी ताजमहल को तेजोमहालय बनाने का मुददा हिंदू संगठनों ने उठाया था. तब भी शाहजहां के उर्स पर रोक लगाने को लेकर कोर्ट में वाद दायर किया गया था. जिसकी सुनवाई की तिथि चार मार्च थी. मगर अधिवक्ता सुनील शर्मा की मौत के चलते अधिवक्ता कार्य से विरत रह रहे हैं. इसलिए उर्स के मामले में सुनवाई नहीं हुई. अब 22 मार्च को इस पर सुनवाई होगी. इस बार एक बार फिर महाशिवरात्रि से पहले योगी यूथ ब्रिगेड ने सोमवार दोपहर सिविल जज सीनियर डिवीजन न्यायालय में एक वाद दायर किया है.
एएसआई से मांगी है अनुमति
दरअसल, योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने अधिवक्ता शिव आधार सिंह तोमर और अधिवक्ता झम्मन सिंह रघुवंशी के जरिए सिविल जज सीनियर डिवीजन न्यायालय में वाद दायर किया है. जिसमें ताजमहल को तेजोमहालय शिव मंदिर बताकर चार पदाधिकारीयों के साथ शिवरात्रि पर दुग्धाभिषेक, गंगाजल से अभिषेक करने की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआई से अनुमति मांगी है.
कोर्ट में दिए वादी ने कई सबूत
वाद दायर करने वाले कुंवर अजय तोमर का कहना है कि मुगल काल में हजारों मंदिरों को ध्वस्त करके उनके ऊपर मकबरे और मस्जिदें बनाई गई थीं. अयोध्या, मथुरा और काशी में इसके सबसे बड़े उदाहरण है. मुगलों ने भारत में शासन के दौरान हिंदू मंदिरों को तोड़कर उन पर अपने नाम मकबरे और मस्जिद बनवाई थीं. जो बेहद गलत है. किसी दूसरे के घर पर अपने नाम की नेम प्लेट लगाने से वो खुद का घर नहीं हो जाता है. ऐसे ही ताजमहल से पहले वह तेजोमहालय शिव मंदिर था. अधिवक्ता शिव आधार सिंह तोमर और अधिवक्ता झम्मन सिंह रघुवंशी ने बताया कि न्यायालय में तेजोमहालय के हिंदू मंदिर होने संबंधी तमाम सबूत भी दिए हैं. जिसके आधार पर महाशिवरात्रि पर तेजोमहालय ताजमहल में जलाभिषेक करने की एएसआई से न्यायालय के जरिए अनुमति मांगी है. अनुमति मिलने पर वादी और उसके साथी पदाधिकारी तेजोमहालय में जलाभिषेक करेंगे.
हिंदू राजा परम द्रविदेव ने बनवाया था तेजोमहालय