जयपुर. राजधानी जयपुर में एयरपोर्ट पर बुधवार को मीडिया से मुखातिब हुए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर दर्ज हो गई है. कांग्रेस नेता देशभर में विरोध करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा के फैसले की निंदा कर रहे हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा को अशोक गहलोत ने ऐतिहासिक यात्रा बताया और मौजूदा हालात पर नाराजगी जताई.
गहलोत ने कहा कि इस यात्रा को जिस तरह से डिस्टर्ब करने का प्रयास किया जा रहा है. वह और भी ज्यादा परेशान करने वाला है, क्योंकि यह सब कुछ एक मुख्यमंत्री के निर्देश पर हो रहा है. गहलोत ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के मामले को लेकर असम के मुख्यमंत्री को इशारे-इशारे में आड़े हाथ लिया और कहा कि यह अधिकार किसी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को भी नहीं है कि वह पुलिस को निर्देश देकर किसी नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई जाए. गहलोत ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री इस प्रकार के निर्देश देने लग जाएंगे, तो फिर दुश्मनी निकालने के लिए कोई भी ऐसा कर सकता है.
गहलोत की भाजपा को चेतावनी : गहलोत ने सीआरपीसी के प्रावधानों का जिक्र करते हुए कहा कि स्थानीय थाने के SHO को यह अधिकार होता है कि वह किसी घटना विशेष से जुड़े हालत को समझ कर फैसला ले. गहलोत ने कहा कि भाजपा शासित राज्य इस तरह से एक नई परंपरा डाल रहे हैं. अगर इसका अनुसरण हुआ, तो फिर गैर भाजपा शासित राज्यों में भी केंद्र के मंत्री या अन्य भाजपा नेताओं पर इस तरह की कार्रवाई की जा सकती है. एक बार फिर राहुल के खिलाफ FIR को लेकर गहलोत ने फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि यात्रा में पूरी तरह से व्यवधान डालने की कोशिश की जा रही है. गहलोत ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि भाजपा कुछ भी प्रयास कर ले, ना तो कांग्रेस डरेगी और ना ही राहुल गांधी डरने वाले हैं.
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खड़ा हो रहा है सियासी बवाल : असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को लेकर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाते हुए डीजीपी को राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. उनका आरोप है कि यात्रा अवरोध तोड़कर गुवाहाटी में प्रवेश कर गई थी. इस फैसले का देशभर में विरोध हो रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने भी इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.