जयपुर : बीजेपी में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति के दौरान लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अपील समिति ने कार्रवाई की है. राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी की अध्यक्षता वाली अपील समिति ने शिकायतों के आधार पर 5 मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है. वहीं, 16 मंडल अध्यक्षों के चुनाव को होल्ड पर रखने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही 19 मंडल अध्यक्षों के चुनाव को लेकर नोटिस जारी किया गया है.
इन पर हुई कार्रवाई : संगठन पर्व 2024 की प्रदेश अपील समिति के प्रदेश संयोजक घनश्याम तिवाड़ी, सह-संयोजक सरदार अजयपाल सिंह और योगेंद्र सिंह तंवर ने सोमवार को बैठक की और प्रदेश के 16 मंडल अध्यक्षों के खिलाफ निर्वाचन मापदंडों के उल्लंघन के आरोप पाए जाने पर उनकी नियुक्ति पर रोक लगाने का निर्णय लिया है.
इसे भी पढ़ें- भाजपा के 24 में से 21 मंडलों के अध्यक्ष घोषित, नयन सुथार डूंगरपुर शहर अध्यक्ष
समिति के प्रदेश संयोजक घनश्याम तिवाड़ी ने बताया कि जयपुर शहर के जलमहल और पौड़िक मंडल, जयपुर देहात के चौमूं नगर, भरतपुर के सेवर, रूदावल, सिरोही के डूंगरखेड़ा, अलवर दक्षिण के मालाखेड़ा, चुरू के रतनगढ़, अलवर के खोह, बीकानेर शहर के रानीबाजार, जुनागढ़, पुराना शहर, जस्सुसर, नया शहर, बूंदी के इन्द्रगढ़ ग्रामीण और हनुमानगढ़ के संगरिया नगर मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति पर अंतरिम रूप से रोक लगाई गई है. उन्होंने बताया कि समिति ने प्रदेश के 5 मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन को निरस्त करने की घोषणा की है. इनमें अलवर दक्षिण के थानागाजी, भरतपुर के उच्चैन, जालौर के भीनमाल नगर, उदयपुर देहात के डबोक और सिरोही के पोसलिया मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को निरस्त किया गया है.
फर्जी दस्तावेज पेश करने का मामला : दरअसल, प्रदेश अपील समिति को मिली शिकायतों की जांच में यह पाया गया कि कई मंडल अध्यक्षों के आवेदन के दौरान फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए गए थे, जिनमें आधार कार्ड की जन्म तिथि में छेड़छाड़ की गई थी. इस मामले पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि किसी को भी अपने दस्तावेज छिपाने की जरूरत नहीं है और यह उचित नहीं है. राठौड़ ने कहा कि पार्टी में हर सदस्य को काम करने के लिए प्रेरित किया जाता है और उसकी प्रतिबद्धता और उत्साह को महत्व दिया जाता है. वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और कहा कि यदि कोई खुद को पारदर्शी नहीं रखता, तो वह दूसरों की छवि को कैसे बेहतर कर सकता है.