नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यानी 1 फरवरी को बजट 2025-26 पेश कर दिया. इसमें वित्त मंत्री ने 'भारतीय भाषा पुस्तक' योजना की घोषणा की है. वित्त मंत्री ने कहा कि वह स्कूलों और उच्च शिक्षा के लिए भारतीय भाषाओं की पुस्तकों को डिजिटल रूप में उपलब्ध कराने के लिए भारतीय भाषा पुस्तक योजना को लागू करने का प्रस्ताव करते हैं. इसका उद्देश्य छात्रों को उनके विषयों और उनकी भाषा को बेहतर ढंग से समझने में मदद करना है.
भारतीय भाषा पुस्तक योजना के तहत स्कूली और उच्च शिक्षा के छात्रों को भारतीय भाषाओं में डिजिटल किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी. स्कूलों और विश्वविद्यालयों के छात्रों को डिजिटल फॉरमेट में टेक्सटबुक और लर्निंग मटेरियल मिलेगा. यह योजना छात्रों के लिए शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाएगी और सरकार की नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के साथ संरेखित है.
50,000 ATAL TINKERING LABS IN GOVERNMENT SCHOOLS IN NEXT 5 YEARS
— PIB India (@PIB_India) February 1, 2025
💠Bharatiya Bhasha Pustak scheme to provide digital-form indian language books
💠Allocation of ₹20,000 crore to implement private sector-driven research, development, and innovation
💠Provision of 10,000… pic.twitter.com/mi224ztQZA
पिछले साल शिक्षा मंत्रालय ने अगले पांच सालों में 22 भारतीय भाषाओं में 22,000 किताबें तैयार करने के लिए अनुवाद और अकादमिक लेखन के माध्यम से भारतीय भाषाओं में अध्ययन सामग्री को बढ़ाना (ASMITA) योजना शुरू की थी. भारतीय भाषा पुस्तक योजना जैसी परियोजना भारतीय भाषाओं में ऐजुकेशन मटेरियल का ट्रांसलेशन करेगी.
शिक्षा बजट 2025 में प्रमुख घोषणाएं
- IIT और IISc में 10,000 प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलोशिप (PMRF) मिलेगी.
- UGC आवंटन में 400 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी.
- सरकारी स्कूलों में 50,000 अटल टिंकरिंग लैब स्थापित किए जाएंगे.
- उच्च शिक्षा में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति और फेलोशिप में कटौती होगी.
- सरकार आईआईटी में अतिरिक्त बुनियादी ढांचा बनाएगी.
- मेडिकल कॉलेजों में 10,000 सीटें और अगले 5 साल में 75,000 सीटें जोड़ी जाएंगी.
शिक्षा बजट में इजाफा
सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को रिकॉर्ड 1.20 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले साल के बजट की तुलना में 6.84 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि है. स्कूली शिक्षा के लिए कुल 73,008.10 करोड़ रुपये और उच्च शिक्षा के लिए 47,619.77 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
केंद्रीय बजट 2025 में आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों में सीटों के विस्तार पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि अगले पांच साल में मेडिकल कॉलेजों में 10,000 सीटें और 75,000 सीटें जोड़ी जाएंगी. वित्त मंत्री ने घोषणा की कि सरकार पांच आईआईटी में अतिरिक्त बुनियादी ढांचा तैयार करेगी.
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