रांचीः केंद्र सरकार में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रांची में आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए दो टूक कहा कि वह इस देश में 50 प्रतिशत आरक्षण के बैरियर को तोड़कर रहेंगे. साथ ही जातीय जनगणना को सुनिश्चित कराएंगे ताकि यह पता चल सके कि कौन कितने का हकदार है.
संविधान सम्मान सम्मेलन में करीब आधे घंटे की स्पीच के दौरान राहुल गांधी ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि इसको खोखला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लागू तो 1950 में किया गया लेकिन यह समझना जरुरी है कि इसको लागू करने के पीछे सोच हजारों साल पुरानी है. यह भगवान महावीर, भगवान बुद्ध, गुरुनानक समेत उन महापुरुषों की सोच का नतीजा है जो मनुस्मृति के खिलाफ थे.
'आदिवासी को वनवासी बनाना चाहती है भाजपा'
राहुल गांधी ने कहा कि आज बीजेपी के लोग आदिवासी को वनवासी कहते हैं. यह कहकर आदिवासियों के इतिहास, उनके जीने के तरीके को खत्म करने की कोशिश की जा रही है. आदिवासी का मतलब मालिक से था. अब उसे वनवासी कहकर जंगल में भेजना चाह रहे हैं. आज किसी भी कॉर्पोरेट में बड़े पदों पर ओबीसी, आदिवासी, दलित नहीं मिलेगा. हलुआ वही बांट भी रहे हैं और खा भी रहे हैं. आज 100 रु. में से पांच रु खर्च करने का निर्णय ओबीसी लेते हैं. दलित 1 रु. और आदिवासी 10 पैसे खर्च करने का निर्णय लेते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सभी संस्थाओं पर अपना कंट्रोल जमा लिया है.
आपको सम्मान देकर छीना जा रहा है पावर- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति आदिवासी वर्ग की हैं. पहली बार आदिवासी वर्ग से राष्ट्रपति बनीं. जब संसद भवन का उद्घाटन होता है तो उनको कहा जाता है कि आप आदिवासी हैं, आपको नहीं जाना है. धूमधाम से राम मंदिर का उद्घाटन होता है और राष्ट्रपति से कहा जाता है कि आपकी जगह नहीं है. वहां अंबानी और अडानी को बुलाया जाता है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं मैं दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का सम्मान करुंगा. लेकिन आपके हाथ से आपकी शक्ति छीन लेते हैं. सम्मान आपको देते हैं और पावर आपसे छीनते हैं. लोकसभा के चुनाव में जनता ने उनको समझा दिया. अब मुस्कुराते हुए नहीं दिखते हैं. मुस्कुराना भूल गये हैं. कांग्रेस का बैंक अकाउंट बंद कर दिया. बिना पैसे के कांग्रेस ने चुनाव लड़ा.
जीएसटी के नाम पर हो रही चोरी- राहुल गांधी