पलामू: नक्सल प्रभावित इलाकों में यौन हिंसा और महिला उत्पीड़न को रोकना एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है. नक्सली इलाकों में महिलाओं के प्रति सामाजिक अपराध भी हो रहे हैं. नक्सलियों के कमजोर होने के बाद पुलिस की गतिविधि बढ़ी है और थानों की संख्या भी बढ़ी है. ऐसे में नक्सल इलाके की महिलाएं अब थानों तक पहुंच रही हैं और अपनी शिकायत को दर्ज करवा रही हैं.
नक्सली इलाकों से अधिकतर यौन हिंसा, अनैतिक संबंध और घरेलू प्रताड़ना से संबंधित मामले पुलिस के पास पहुंच रहे हैं. नक्सली इलाकों में महिला के खिलाफ अपराध पर पुलिस ने भी रणनीति बदली है. पुलिस गांव में कैंप लगाकर महिलाओं को हिंसा एवं अपराध के बारे में जागरूक कर रही है. आंकड़ों की बात करें 2023 में पलामू में 3585 विभिन्न तरह के मामलों को दर्ज किया गया था. जिसमें 74 दुष्कर्म के मामले थे. अक्टूबर 2024 तक 2822 विभिन्न तरह के शिकायत पुलिस के पास पहुंचे है जिनमें 59 मामले दुष्कर्म से जुड़े हैं.
केस स्टडी 01: पलामू का महूदंड का इलाका अतिनक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. 2016-17 में इलाके में पिकेट की स्थापना की गई है. यह इलाका थाने से करीब 24 किलोमीटर की दूरी पर है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार महूदंड का एक व्यक्ति बाहर नौकरी करता था, वापस लौट के बाद वह अपनी पत्नी को साथ नहीं रखना चाहता था. जिसके बाद पत्नी पूरे मामले की शिकायत लेकर हुसैनाबाद महिला थाना पहुंची. जहां उसकी समस्या का समाधान किया गया. इस मामले की पुष्टि हुसैनाबाद के महिला थाना प्रभारी पार्वती कुमारी ने की है.
केस स्टडी 02: पलामू के छतरपुर के इलाके में एक लड़के ने शादी के नाम पर एक युवती का यौन शोषण किया. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया फिर उसे जेल भेज दिया गया.
केस स्टडी 03: पलामू के छतरपुर में एक महिला को बच्चा नहीं हो रहा था, जिस कारण उसका पति उसे अपने पास नहीं रखता था. मामले में महिला शिकायत लेकर थाने पहुंची. दोनों मामले की पुष्टि छतरपुर की महिला थाना प्रभारी मुन्नी कुमारी ने की है.
नक्सल इलाकों में बनाए गए है महिला थाना
पिछले एक दशक में पलामू के तीन इलाकों में महिला थाना की स्थापना की गई. छतरपुर और हुसैनाबाद महिला थाना अतिनक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. इन इलाकों में यौन शोषण की घटना चिंताजनक है. कानूनी मामलों की जानकर एवं सामाजिक कार्यकर्ता इंदु भगत ने बताया कि यह अच्छी बात है कि पुलिस तक मामले पहुंच रहे हैं और कार्रवाई हो रही है. यौन शोषण की घटना चिंताजनक है. मामले में कई स्तर पर कार्रवाई करने की जरूरत है. इंदु भगत कहती हैं कि नक्सल इलाके में पहले मामले को दबा दिया जाता था.
पुलिस कार्रवाई के साथ चला रही जागरूकता अभियान
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन बताती हैं कि महिला अपराध एवं अत्याचार के खिलाफ पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है. यह जागरूकता अभियान महिला थाना के माध्यम से चलाया जा रहा है. पुलिस ग्रामीणों के बीच जा रही है और छात्राओं से बातचीत भी कर रही है.
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