बेंगलुरु : शिरहट्टी फकीरेश्वर मठ के प्रमुख वीरशैव लिंगायत संत फकीरा दिंगलेश्वर स्वामी (Fakira Dingaleshwar Swami) ने सोमवार को कहा कि उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में धारवाड़ क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
इस क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी पर बार-बार निशाना साधते हुए उन्होंने उन पर वीरशैव-लिंगायत और अन्य समुदायों को 'दबाने' और सत्ता में बने रहने के लिए लिंगायत गणित का दुरुपयोग करने और उनका अनादर करने का आरोप लगाया.
दिंगलेश्वर स्वामी ने आरोप लगाया, 'मैं धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर रहा हूं. जैसा कि आप जानते हैं कि राष्ट्रीय पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में लोगों को लगता है कि दोनों पार्टियां मैच फिक्सिंग की तरह चुनाव फिक्सिंग में शामिल हो गई हैं.'
स्वामी के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए जोशी ने कहा, 'दिंगलेश्वर स्वामी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे ...वह जो भी कहते हैं वह मेरे लिए आशीर्वाद है.' वहीं, संत ने कांग्रेस पर सत्ता में आने के बाद लिंगायतों की उपेक्षा करने और समुदाय के योग्य नेताओं को उपयुक्त पद नहीं देने का भी आरोप लगाया. यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने दोनों राष्ट्रीय पार्टियों पर धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया.
स्वामी ने कहा, 'दोनों पार्टियों ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, धारवाड़ के मतदाताओं ने मुझे अपने उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का फैसला किया है. यह दो राष्ट्रीय दलों और स्वार्थी राजनेताओं के खिलाफ उन लोगों द्वारा घोषित 'धर्म युद्ध' है जो अपनी गरिमा और कविधारियों को महत्व देते हैं.' स्वामी ने कहा, 'वह लोगों में राजनीतिक जागरुकता पैदा करने के लिए राजनीति में प्रवेश कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि 'धर्म' में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए और राजनीति में 'धर्म' होना चाहिए - यह लोगों की इच्छा है और मैं चुनाव के बाद भी इसे जारी रखूंगा. उन्होंने कहा कि उनका 'धर्म युद्ध' उत्पीड़ित समुदायों और उनके नेताओं के पक्ष में जीवन के अंत तक जारी रहेगा.
प्रत्याशी बदलने को कहा था :धारवाड़ क्षेत्र के कुछ संतों, विशेषकर लिंगायत समुदाय के लोगों ने 27 मार्च को दिंगलेश्वर स्वामी के नेतृत्व में हुबली में मुलाकात की और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से पार्टी के धारवाड़ लोकसभा उम्मीदवार प्रह्लाद जोशी को बदलने के लिए कहा था. उन्होंने पार्टी को फैसला लेने के लिए 31 मार्च तक का समय दिया था. उस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 'उत्तर की तरह', दक्षिण में भी स्वामीजी को राजनीतिक क्षेत्र में काम करना चाहिए और चुनाव लड़ना चाहिए.