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उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में प्रियांशी रावत ने रचा इतिहास, 10वीं में 500 में 500 नंबर किए हासिल - Uttarakhand Board Result 2024

Uttarakhand Board Result 2024, UK 10th Topper Priyanshi Rawat उत्तराखंड में आज के दिन नया इतिहास जुड़ गया. यह इतिहास बेरीनाग की छात्रा प्रियांशी रावत ने रचा है. जिसने हाईस्कूल परीक्षा 500 में से 500 अंक लाए हैं. ऐसा उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब किसी छात्रा ने उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. जहां आज के दौर में ज्यादा बच्चे मोबाइल और सोशल मीडिया में खोए रहते हैं तो वहीं प्रियांशी ने इन सभी से दूरी बनाई और इतिहास रच दिया. अब प्रियांशी वायुसेना में जाना चाहती हैं.

Uttarakhand High School Topper Priyanshi Rawat
उत्तराखंड हाईस्कूल टॉपर प्रियांशी रावत

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 30, 2024, 7:15 PM IST

Updated : Apr 30, 2024, 8:02 PM IST

उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में प्रियांशी रावत ने रचा इतिहास

पिथौरागढ़ (उत्तराखंड):उत्तराखंड में हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में बेरीनाग (गंगोलीहाट) की छात्रा प्रियांशी रावत ने कमाल किया है. जंगम बाबा शंकर गिरी इंटर कॉलेज गंगोलीहाट की छात्रा प्रियांशी रावत ने हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और पूरे उत्तराखंड में टॉप कर दिया. प्रियांशी ने हाईस्कूल में 500 में से 500 अंक हासिल किए हैं. प्रियांशी के सभी विषयों में 100 प्रतिशत अंक हैं. वहीं, प्रियांशी के प्रदेश में टॉपर बनने पर घर में बधाई देने वालों का तांता लग गया है.

उत्तराखंड हाईस्कूल टॉपर प्रियांशी रावत

बता दें कि प्रियांशी रावत के पिता राजेश रावत पूर्व सैनिक हैं. जो अभी बेरीनाग व्यापार संघ के अध्यक्ष हैं. जबकि, मां रजनी रावत साधना पब्लिक स्कूल बेरीनाग में अंग्रेजी की शिक्षिका हैं. प्रियांशी रावत के दादा भी शिक्षक थे. जो मूल रूप से वैशाली गणाई गंगोली के रहने वाले थे, जो 3 दशक पहले बेरीनाग में आकर बस गए थे. ऐसे में उनका परिवार अभी बेरीनाग में रहता है. जहां से प्रियांशी ने अपनी पढ़ाई की.

'आर्मी मैन की बेटी हूं, एयरफोर्स में जाऊंगी:प्रियांशी रावत ने बताया कि उसने कभी पढ़ाई को बोझ नहीं समझा और हमेशा सरलता से पढ़ाई की. प्रियांशी ने बताया कि उनके पिता राजेश रावत ने भी सेना में जाकर देश की रक्षा की थी. उसके चाचा सुशील रावत भी एयर फोर्स में है. ऐसे में वो भी एयर फोर्स में जाकर देश की सेवा करना चाहती हैं. उसने सेना में जाने की तैयारी भी शुरू कर दी है. उनके पिता भी प्रियांशी को सेना में जाने के तैयारी करा रहे हैं.

दबाव को अपने ऊपर हावी नहीं दिया: प्रियांशी रावत ने कहा कि 'मैंने अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित किया. पूरे परिवार ने तैयारी के दौरान मेरा साथ दिया. मेरी मां एक अंग्रेजी टीचर हैं, इसलिए उन्होंने मुझे पढ़ाया और मार्गदर्शन किया. मैंने अपने ऊपर दबाव को हावी नहीं होने दिया और मैंने पूरी रुचि के साथ पढ़ाई की. मैंने रोजाना 3 से 4 घंटे पढ़ाई की.'

प्रियांशी रावत के परिजन

दादी हुईं भावुक:प्रियांशी की दादी हेमा रावत को जब पोती के मेरिट में आने की जानकारी मिली तो वो खुशी से भावुक हो गईं. इतना ही नहीं प्रियांशी के दादी के आंखे नम हो गई. उनका कहना था कि उन्हें अपने नातनी पर भरोसा था कि वो एक दिन जरूर नाम रोशन करेंगी और आगे भी इसी तरह से नाम रोशन करती रहेगी.

शिक्षक चाचा के निर्देशन घर में करती थी पढ़ाई:प्रियांशी रावत के चाचा मनोज रावत राजकीय पुरानाथल में सहायक अध्यापक हैं. जो पिछले दो सालों से लगातार उसकी पढ़ाई को लेकर चिंतित रहते थे. साथ ही पढ़ाई के दौरान किसी भी विषय में परेशानी होने पर मदद करते थे. प्रियांशी ने इसका श्रेय वो अपने पिता राजेश रावत, माता रजनी रावत, शिक्षकों और परिजनों को दिया है.

प्रियांशी रावत ने रचा इतिहास

सीएम धामी करेंगे सम्मानित:प्रियांशी रावत के हाईस्कूल में टॉपर होने की घोषणा होते ही सीएम पुष्कर धामी ने प्रियांशी और उसके परिजनों को फोन कर बधाई. साथ ही जल्द ही प्रियांशी रावत को सम्मानित करने की भी बात कही. वहीं, उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, शिक्षा निदेशक समेत विभिन्न अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने बधाई दी.

रामलीला में राम का अभिनय भी कर चुकी हैं प्रियांशी:बेरीनाग रामलीला कमेटी की ओर से साल 2022 में रामलीला का मंचन किया गया, लेकिन राम का पात्र नहीं मिला. जिस पर प्रियांशी रावत ने खुद राम का किरदार करने की हामी भरी. जिसके बाद रामलीला में शानदार अभिनय भी किया. जिसे स्थानीय लोगों ने खूब सराहा था. वहीं, प्रियांशी ने कहा कि अभिनय करने के बाद उसके अंदर एक नई ऊर्जा जगी थी.

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Last Updated : Apr 30, 2024, 8:02 PM IST

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