वाराणसी:लंका से शुरू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो का समापन काशी विश्वनाथ मंदिर पर हुआ. पीएम ने भगवान भोलेनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा अर्चना की. इसमें 11 ब्राह्मणों ने पूजन किया. पीएम ने भगवान को पंचामृत स्नान कराया. इस अवसर पर पीएम को नंदी की पीतल की प्रतिमा भेंट की गई. पूजन कर पीएम ने चुनाव में जीत का आशीर्वाद मांगा.
काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चन के बाद पीएम मोदी बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप के गेस्ट हाउस पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात्रि विश्राम काशी में ही करेंगे. कल सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह लगभग 8:00 बजे गंगा के रास्ते दशाश्वमेध घाट या अस्सी घाट जाएंगे. अभी घाट फाइनल नहीं है. दोनों में से एक जगह गंगा स्नान और पूजन करेंगे. क्योंकि कल गंगा सप्तमी का दिन है. कल गंगा सप्तमी कप गंगा अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है. शास्त्रों में वर्णित है कि मां गंगा धरती पर इस दिन ही आई थी. उसके बाद गंगा के रास्ते नमो घाट पहुंचेंगे. जहां से उनका काफिला सीधे काल भैरव मंदिर के लिए रवाना होगा. काल भैरव मंदिर में भैरव अष्टक पूजन करने के बाद प्रधानमंत्री सीधे नामांकन के लिए जाएंगे. नामांकन करने के बाद रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में विशिष्ट जनों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और वाराणसी से रवाना हो जाएंगे.
इससे पहले पीएम का रोड शो वाराणसी में लंका से शुरू हुआ. पीएम ने खुली जीप में सवार होकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. पीएम के रोड शो में सड़क के दोनों ओर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. पीएम पर लोग छतों-बारजे से फूल बरसाए गए. साथ ही हर-हर महादेव और जय श्री राम का उद्घोष होता रहा. वहीं कई जगहों पर भगवान भोलेनाथ का रूप धरे कई समर्थक भी स्वागत में डमरू बजाते नजर आए. पीएम का रोड शो काशी विश्वनाथ पर समाप्त हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो लंका से 5:05 बजे शुरू हुआ. महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माला चढ़ाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रोड शो की औपचारिक शुरुआत की. पीएम मोदी का जब लंका से रोड शो शुरू हुआ तो उस वक्त सिर्फ लंका चौराहे पर ही हजारों की भीड़ दिखाई दे रही थी. रोड शो जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया भीड़ भी वैसे-वैसे बढ़ती चली गई. बैरिकेडिंग होने के बाद भी लोग बीच सड़क में आ गए हैं. पूरे बनारस में जश्न का माहौल रहा. अलग-अलग आयोजन साथ हुए. कहीं श्मशान की होली तो कहीं पर राजस्थान का नृत्य, डमरू और घंटे बजाकर लोग प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया गया. कहीं-कहीं भगवान भोलेनाथ का रूप धरे लोग भी दिखाई दिए. श्मशान घाट पर खेले जाने वाली चिता भस्म की होली की झलक भी वाराणसी के तमाम इलाकों में दिखी.