हैदराबाद: हर व्यक्ति अपने भविष्य को लेकर उत्सुक रहता है और खासतौर पर अपनी शादी और वैवाहिक जीवन के बारे में. यह जानना कि विवाह कब होगा, किससे होगा और शादी के बाद जीवन कैसा रहेगा, हर किसी के दिलचस्प सवालों में शामिल है. हस्तरेखा शास्त्र (Palmistry) इन सवालों के उत्तर देने का एक प्राचीन साधन है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली पर बनी रेखाएं न केवल हमारे स्वभाव, करियर और स्वास्थ्य के बारे में संकेत देती हैं, बल्कि हमारी लव लाइफ और दांपत्य जीवन की दिशा भी तय करती हैं.
दिल्ली के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य आदित्य झा ने बताया, हथेली की विवाह रेखा, जो सबसे छोटी उंगली के नीचे हृदय रेखा के ऊपर शुरू होती है और बुध पर्वत की ओर जाती है, व्यक्ति की शादी और वैवाहिक जीवन से जुड़ी कई बातें बताती है.
हथेली पर विवाह रेखा और उसकी स्थिति का महत्व
हथेली पर मौजूद विवाह रेखा, जो साफ, गहरी और स्पष्ट नजर आती है, शुभ मानी जाती है. ऐसी रेखा वाले व्यक्ति का वैवाहिक जीवन खुशहाल, प्यार से भरा और सामंजस्यपूर्ण रहता है.
यदि विवाह रेखा पर त्रिशूल का निशान हो, तो इसका मतलब है कि व्यक्ति को प्यार करने वाला और भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ जीवनसाथी मिलेगा. वहीं, यदि यह रेखा टूटती हुई या अस्पष्ट हो, तो व्यक्ति को रिश्तों में बार-बार बाधाओं और ब्रेकअप्स का सामना करना पड़ सकता है.
लव मैरिज के संकेत
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, यदि विवाह रेखा पर वर्ग का निशान हो, तो इसका अर्थ होता है कि व्यक्ति की लव मैरिज होगी. वहीं शुक्र पर्वत (Thumb के नीचे उभरा हुआ भाग) का स्पष्ट और उभरा हुआ होना भी लव मैरिज के योग बनाता है. ऐसे लोगों को अपने भाग्य से लाइफ पार्टनर चुनने का अवसर मिलता है.
शादी में देरी के कारण
यदि किसी की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में होता है, तो शादी में देरी होती है. हथेली की रेखाओं में भी इसका संकेत मिलता है, विवाह रेखा में यदि कोई अन्य रेखा काटती हुई नजर आए, तो यह शादी में देरी या आमतौर पर बाधाओं का प्रतीक समझा जाता है. ऐसे व्यक्ति को अक्सर प्रयासों के बावजूद शादी में रुकावटों का सामना करना पड़ता है.
शादी की उम्र का पता
यदि विवाह रेखा हृदय रेखा के बहुत करीब हो, तो व्यक्ति की शादी जल्दी, 20-22 साल की उम्र के आसपास हो सकती है. लेकिन यह स्थिति अक्सर जीवन में उतार-चढ़ाव और शुरुआती कठिनाइयों का संकेत देती है. दूसरी ओर, यदि रेखा हृदय रेखा से दूर और उंगलियों के करीब हो, तो शादी में समय लग सकता है.
दांपत्य जीवन का भविष्य
हथेली की गहरी और सीधी विवाह रेखा वैवाहिक जीवन की मजबूती और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है. ऐसा व्यक्ति अपने जीवनसाथी के साथ सम्मानजनक और सुखद जीवन व्यतीत करता है. वहीं, यदि विवाह रेखा अस्पष्ट या ऊबड़-खाबड़ है, तो यह वैवाहिक जीवन में परेशानियों और असंतोष का संकेत देती है.
ब्रेकअप्स और रिलेशनशिप में रुकावटें
जिन लोगों की विवाह रेखा अस्पष्ट होती है या जिनकी रेखा पर अन्य रेखाएं पड़ती हैं, वे अक्सर रिश्तों में स्थायित्व की कमी का सामना करते हैं. ऐसे जातकों को कई बार ब्रेकअप्स या असफल रिश्तों से गुजरना पड़ सकता है. यह स्थिति केवल शादी में ही नहीं, बल्कि विवाह के बाद भी वैवाहिक जीवन में समस्याओं का कारण बन सकती है.
कैसे सुधारें वैवाहिक जीवन को?
ज्योतिषाचार्य आदित्य झा के अनुसार, यदि हथेली की रेखाएं शादी और दांपत्य जीवन में कुछ समस्याओं का संकेत देती हैं, तो इन्हें सुधारने के लिए ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं..
- यदि मंगल ग्रह वैवाहिक जीवन में बाधा डाल रहा हो, तो मंगलवार के दिन हनुमानजी की पूजा करें और उज्ज्वल लाल रंग के वस्त्र पहनें.
- सौंदर्य, प्यार और वैवाहिक जीवन का कारक शुक्र ग्रह है. इसे मजबूत करने के लिए शुक्रवार को गौ माता को चीनी का दान करें.
- घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए फेंगशुई के सिंबल्स जैसे लव बर्ड्स का इस्तेमाल करें और वास्तु दोषों को दूर कराएं.
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