अयोध्या : राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने के लिए रातोंरात श्रद्धालुओं की अपार भीड़ अयोध्या पहुंच रही है. जहां शुक्रवार सुबह होते ही सबसे पहले सरयू नदी में स्नान किया. भीड़ को ध्यान में रखते हुए पहले से ही संत तुलसीदास घाट से लेकर लक्ष्मण घाट तक लगभग 1 किलोमीटर के एरिया में स्नान कराए जाने की व्यवस्था बनाई गई है. इसके बाद जन्मभूमि पथ से सुरक्षा मानकों के तहत दर्शनार्थियों को पंक्तिवत मंदिर में प्रवेश के बाद दर्शन कराया जा रहा है. मौनी अमावस्या के दूसरे दिन प्रयागराज के महाकुम्भ से लौटे लगभग 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का जत्था रामनगरी पहुंचा है.
सुबह 4 बजे से ही सरयू के घाट पर स्नान करने के बाद हनुमान गढ़ी और राम जन्मभूमि पर दर्शन पूजन के लिए लंबी कतार लगी. वहीं भीड़ की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन पहले से ही सतर्क है. राम मंदिर में भीड़ का दबाव को रोकने के लिए रामपथ से ही दर्शन मार्ग पर सुरक्षा घेरे से ही प्रवेश दिया जा रहा है. जहां सिविल पुलिस के साथ आरएएफ, आरआरएफ व सिविल पुलिस भीड़ को कंट्रोल करने के लिए मौजूद है. वहीं, दूसरी तरफ सिद्ध पीठ हनुमान गढ़ी पर भी श्रद्धालुओं दर्शन कराए जाने के लिए विशेष इंतजाम हैं. भक्तिपथ के रास्ते हनुमान गढ़ी तक जाने के लिए कई स्थानों पर बैरियर लगाए गए. छोटी-छोटी टुकड़ियों में ही मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है.
मंदिर में दर्शन करने आए हरिओम ने कहा कि रामघाट पर सरयू स्नान, हनुमानगढ़ी उसके बाद फिर राम मंदिर दर्शन पूजन किया है. यहां पर दर्शन की बहुत ही अच्छी व्यवस्था रही. कहा कि राम मंदिर को देख बहुत ही आनंद आ रहा है. भीड़ बहुत है, लेकिन किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई और रामलला के दर्शन किए. वहीं, महाराष्ट्र से आए देवेंद्र अग्रवाल ने कहा कि राम मंदिर में दर्शन करने से बहुत ही आनंद प्राप्त हुआ. सरकार ने बहुत ही अच्छी व्यवस्था कर रखी है. बहुत ही सहजता से मंदिर में प्रवेश मिला और अब अन्य मंदिरों में भी जाएंगे.
प्रयागराज में हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के स्नान और दर्शन व्यवस्था की सुगम व्यवस्था रही. सरयू घाट से लेकर राम मंदिर तक जाने के लिए रामपथ पर भी लगभग 2 किलोमीटर लंबे दर्शन मार्ग पर बेहतर सुविधायुक्त बनाई गई. जिसमें सरयू घाट से स्नान करने के बाद मंदिर तक जाने के लिए सड़क की दाहिनी दिशा की ओर से हनुमान गढ़ी और राम मंदिर तक श्रद्धालुए पहुंचे तो, वहीं मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद रामपथ पर दूसरी तरफ से वापसी की व्यवस्था रही. वहीं पूरे मार्ग पर सिविल पुलिस और आरएएफ ने मोर्चा संभाले रही.