बीजापुर नक्सली हमले में घायल जवानों से सीएम ने की मुलाकात, जवानों की शहादत पर जताया दुख - बीजापुर में नक्सलियों का हमला
Naxalite attack in Bijapur सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर हुए मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हो गए. मुठभेड़ में 14 जवान जख्मी हुए हैं. सीएम विष्णु देव साय ने जवानों की शहादत पर दुख जताया है. सीएम ने कहा है कि आतंक के खिलाफ चल रही लड़ाई रुकेगी नहीं.
रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने टेकलगुडेम में तीन जवानों की शहादत पर दुख जताया है. सीएम ने कहा है कि लाल आतंक के खात्मे तक ये अभियान चलता रहेगा. सीएम ने टेकलगुडेम में हुए हमले को नक्सलियों की कायराना करतूत बताया. सीएम ने कहा कि हमारे तीन वीर जवान शहीद हो गए हैं. पूरा प्रदेश जवानों की इस शहादत को नमन करता है. मुठभेड़ में जो 14 जवान जख्मी हुए हैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना भी सीएम ने की.
बस्तर की गरीब और आम जनता तक सुविधाएं पहुंचाने का काम सरकार कर रही है. बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने का काम जवान कर रहे हैं. इसी कड़ी में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कैंप बनाए जा रहे हैं. कैंप बनने से नक्सली खौफ में हैं. टेकलगुडेम में नक्सलियों ने जो कायराना हरकत की है ये उसी डर का नतीजा है. हम ऐसे हमलों से घबराने वाले नहीं हैं. हम हर स्थिति में जवानों के साथ डटकर खड़े हैं. हम माओवाद और आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई मजबूती के साथ आगे भी जारी रखेंगे - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री
सीएम दिए सख्त निर्देश:घायल जवानों के बेहतर इलाज के लिए सीएम विष्णु देव साय ने अफसरों को सख्त निर्देश जारी किए हैं. सीएम ने कहा घायल जवानों को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए. सीएम ने कहा कि शहीद जवानों के परिजनों को दुख की इस घड़ी में ईश्वर दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. मंगलवार को बीजापुर और सुकमा बॉर्डर पर जोनागुडा और अलीगडा के बीच जवान रुटीन गश्त पर निकले थे. सर्चिंग पर निकले जवानों पर पहले से घात लगाए नक्सलियों ने घेरकर हमला कर दिया. हमले में तीन जवान जहां शहीद हो गए वहीं 14 जवान जख्मी हो गए. जख्मी जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर और जगदलपुर भेजा गया है.
घायल जवानों से मिलने पहुंचे सीएम साय और गृहमंत्री: टेकलगुडेम मुठभेड़ में घायल जवानों को देखने के लिए खुद सीएम साय अस्पताल पहुंचे. सीएम के साथ गृहमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद थे. सीएम ने जवानों का हाल चाल डॉक्टरों से लिया और कहा कि उनको हर संभव मेडिकल सुविधा दी जाए. इलाज के जो सबसे बेहतर उपाए हो सकते हैं वो किए जाएं. घायल जवान जब रायपुर एयरलिफ्ट कर लाए गए तब उनको अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया. ग्रीन कॉरीडोर देवेंद्र नगर और मोवा के अस्पताल तक बनाया गया था.